रांची-राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा है कि भारत के विकास में टेक्नोलॉजी का अहम योगदान है. आज टेक्नोलॉजी ने काफी प्रगति की है. हमारा युग टेक्नोलॉजी का युग बन गया है. नयी प्रगति ने हमारे जीने का तरीका बदल दिया है. यह वास्तविकता भी है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग, एनिमेशन जैसी टेक्नोलॉजी इसमें बड़ा परिवर्तन लाए हैं. इसके दूरगामी प्रगति के साथ भविष्य में इससे बड़े बदलाव होंगे. यह अर्थव्यवस्था को तेजी से बदल रहा है. केंद्र सरकार भी उच्च शिक्षा के विकास की दिशा में आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस की ओर कदम बढ़ा रही है. बीआईटी मेसरा ने इससे संबंधित कोर्स शुरू कर सराहनीय कदम उठाया है. युवाओं का उत्साह व उनकी प्रतिबद्धता ही विकसित भारत के निर्माण में अहम योगदान रहेगा. हमारे इनोवेशन करनेवाले सहित उद्यमी पारंपरिक ज्ञान के आधार को भी अपनी टेक्नोलॉजी में शामिल करें, इसे नजरअंदाज नहीं करें. राष्ट्रपति शनिवार को बीआईटी मेसरा के प्लेटिनम जुबली समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रही थीं. इससे पूर्व बीआईटी मेसरा के कुलपति प्रो इंद्रनील मन्ना ने अतिथियों का स्वागत किया.
बीआईटी क्वालिटी व एक्सीलेंस की दिशा में अग्रसर
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि बीआईटी मेसरा क्वालिटी एजुकेशन तथा एक्सीलेंस की दिशा में अग्रसर है. नयी शिक्षा नीति के साथ रिसर्च व इनोवेशन को बढ़ावा दे रहा है. यह खुशी की बात है. यह वह संस्थान है, जहां अंतरिक्ष इंजीनियरिंग, रॉकेटरी आदि जैसे महत्वपूर्ण विभाग 1964 में ही स्थापित किये गये हैं. उद्यमिता पार्क भी 1975 में यहां पर स्थापित किया गया.
अनुसंधान प्रदर्शनी का किया उद्घाटन
इससे पूर्व राष्ट्रपति अपने निर्धारित समय पर बीआईटी कैंपस पहुंचीं. सबसे पहले अनुसंधान प्रदर्शनी का उद्घाटन किया. फोटोग्राफी करायी. राष्ट्रपति ने कार्यक्रम समाप्त होने के बाद परिसर में पौधरोपण भी किया. एक घंटा रहने के बाद राष्ट्रपति ठीक 12:15 बजे दिल्ली के लिए रवाना हो गयीं. समारोह में राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार, राज्य के उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू, कांके विधायक सुरेश बैठा, बिड़ला समूह के अध्यक्ष सीके बिड़ला व उनके परिवार के सदस्य, उच्च शिक्षा प्रधान सचिव राहुल पुरवार, उच्च शिक्षा निदेशक रामनिवास यादव, रांची विवि के कुलपति डॉ अजीत कुमार सिन्हा, सरला बिरला विवि के कुलपति डॉ सी जगन्नाथन, उद्योगपति समीर लोहिया सहित कई लोग उपस्थित थे.
झारखंड आना उनके घर जैसा है
राष्ट्रपति ने कहा कि झारखंड आना उनके घर जैसा लगता है. आज हमारी बेटियां किसी से कम नहीं हैं. इंजीनियरिंग, साइंस व टेक्नोलॉजी, मेडिकल, गणित आदि जैसे विषयों में आगे बढ़ रही हैं. उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में कई अवसर पैदा हो रहे हैं. टेक्नोलॉजी समाज में बड़े व्यवधान भी पैदा करते हैं. इसलिए हमें वंचित समुदाय पर इसके प्रभाव के बारे में चिंता करनी चाहिए. अवसर का लाभ इन्हें भी मिलना चाहिए.
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