रांची. एचइसी के एफएफपी प्लांट स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर रेल ओवरब्रिज (आरओबी) के लिए एक बार फिर से सर्वे किया जायेगा. रेलवे के अधिकारी ने बताया कि यह आरओबी राज्य सरकार को बनाना है. इसको लेकर वर्ष 2022 में ही रेलवे ने स्वीकृति दे दी थी. उस समय ड्राइंग्स भी फाइनल हो गयी थी. तय किया गया था कि आरओबी सिंगल लेन का होगा, लेकिन स्मार्ट सिटी के बनने और भविष्य में बढ़ती आबादी को देखते हुए अब दो लेन का आरओबी बनाने का निर्णय लिया गया है. वहीं, अब एक बार फिर से इसके लिए ज्वाइंट सर्वे होगा, जिसके लिए राज्य सरकार से सहमति बन गयी है. आरओबी के निर्माण में खर्च रेलवे और राज्य सरकार दोनों वहन करेगा, लेकिन निर्माण राज्य सरकार को करना है.
वर्षों से लटका हुआ है आरओबी निर्माण का कार्य
आरओबी का निर्माण कार्य पिछले कई वर्षों से लटका हुआ है. इस कारण लोगों को आये दिन जाम में घंटों फंसना पड़ता है. रेलवे ने राज्य सरकार को वर्ष 2020 में आरओबी निर्माण का प्रस्ताव दिया था. राज्य सरकार ने रेलवे को आरओबी बनाने की स्वीकृति दे दी है. आरओबी का निर्माण चांदनी चौक से लेकर रेलवे फाटक क्रॉसिंग के आगे तक किया जायेगा. इसकी लंबाई लगभग 65 मीटर और चौड़ाई लगभग 24 मीटर होगी. इसके बन जाने से लोगों को जाम से मुक्ति मिलेगी.प्रतिदिन 30 से अधिक ट्रेनों का होता है परिचालन
एचइसी के एफएफपी प्लांट स्थित रेलवे क्रॉसिंग से प्रत्येक दिन 30 से अधिक ट्रेनों का परिचालन होता है. इसमें एक दर्जन से अधिक एक्सप्रेस, पैसेंजर ट्रेनों के अलावा 15 से 20 मालगाड़ी चलती है. जिन प्रमुख ट्रेनों का परिचालन होता है, उनमें हटिया-तपस्विनी, धनबाद-एलेप्पी, हटिया-यशवंतपुर, हटिया-एलटीटी, रक्सौल-हैदराबाद, हटिया-दुर्ग, संबलपुर-गोरखपुर एक्सप्रेस, राउरकेला-जयनगर, संबलपुर-जम्मू-तवी, हटिया-झारसुगुड़ा पैसेंजर, हटिया-राउरकेला पैसेंजर, धनबाद-भुवनेश्वर स्पेशल आदि ट्रेनें शामिल हैं. रेलवे के अधिकारी ने बताया कि अगर एक ट्रेन के लिए रेलवे क्रॉसिंग को छह मिनट भी बंद किया जाता है, तो प्रत्येक दिन तीन घंटा रेलवे फाटक बंद रहता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

