रांची (विशेष संवाददाता). राज्य के उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री सुदिव्य कुमार ने कहा है कि संगठित अपराध और आतंकवाद जैसे वैश्विक मुद्दों पर युवाओ व शिक्षाविदों की सहभागिता अत्यंत आवश्यक है. विवि संगठित अपराध को रोकने के लिए पूरे समाज को जागरूक करने का कार्य करे. मंत्री श्री कुमार गुरुवार को झारखंड रक्षा शक्ति विवि के तत्वावधान में डीएसपीएमयू सभागार में संगठित अपराध पर वैश्विक दृष्टिकोण, चुनौतियां और समाधान विषय पर तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उदघाटन करने के बाद संबोधित कर रहे थे.
मंत्री ने कहा कि रक्षा शक्ति विवि में जिन विषयों की पढ़ाई होती है. यह यह करियर ओरिएंटेड कोर्स समाज के लिए मायने रखता है. इसका प्रचार-प्रसार जरूरी है. उच्च व तकनीकी शिक्षा विभग के प्रधान सचिव सह रक्षा शक्ति विवि के कुलपति राहुल कुमार पुरवार ने कहा कि संगठित अपराध के कई प्रकार हैं. इन सबसे निबटने के लिए गुड गवर्नेंस के साथ-साथ शैक्षणिक संस्थानों को आगे आना होगा. डीएसपीएमयू के कुलपति डॉ तपन कुमार शांडिल्य ने कहा कि संगठित अपराध व आतंकवाद राष्ट्रीय ही नहीं अंतरराष्ट्रीय चुनौती बन गयी है. अपराध के कारणों को ढूंढना होगा. मादक द्रव्यों, नकली नोट, हथियार की तस्करी व्यापक रूप से ले रहे हैं. जिसका बुरा असर देश पर पड़ रहा है.संगठित अपराध के कई नये रूप सामने आये : नायर
एनडीआरएफ के पूर्व महानिदेशक पीएम नायर ने कहा कि एक समय में जामताड़ा जैसे इलाके को कोई नहीं जानता था. लेकिन आज यह इलाका अपराध के मामले में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बना हुआ है. 2002 के बाद संगठित अपराध के कई नये रूप सामने आये हैं. ड्रग्स, ह्यूमन ट्रैफिकिंग, अपहरण, मनी लाउंड्रिंग, क्रिप्टो करेंसी, हवाला आदि इसी संगठित अपराध की श्रेणी में आये हैं. संगठित अपराध को बढ़ाने में इंटरनेट ने काफी मदद की है. संगठित अपराध को बढ़ाने के लिए युवाओं को टारगेट किया जा रहा है. हम सबको मिल कर इसके विरुद्ध लड़ना होगा. कार्यक्रम को पूर्व डीजी आरके मल्लिक, कमांडर अशोक वीएम कुमार ने भी संबोधित किया. इससे पूर्व आगंतुकों का स्वागत विवि के रजिस्ट्रार डॉ हेमंत कुमार भगत ने किया. धन्यवाद ज्ञापन जे शशि कुमार ने किया. संचालन प्रिया टोपनो व सुचि प्रिया ने किया. इस अवसर पर डॉ नमिता सिंह, डॉ नागेश, एरिक, डॉ जोस मैटिरो, बिला शेखर, संध्या सहित कई विशेषज्ञ, शिक्षक, शोधार्थी व विद्यार्थी उपस्थित थे.
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