रांची.
राजधानी रांची के गिरते जलस्तर को देखते हुए रांची नगर निगम ने शहर के ड्राई जोन में संचालित जार वाटर प्लांट को बंद कराने का फैसला लिया है. इसे देखते हुए उप प्रशासक ने दो टीमों का गठन किया है. दोनों टीमें शहर के ड्राई जोन में घूम-घूमकर जार वाटर प्लांट का निरीक्षण करेंगी. फिर अवैध रूप से संचालित जार वाटर प्लांटों को बंद कराया जायेगा.30 जून तक वाटर प्लांट की जांच की जायेगी
पहली टीम को वार्ड नंबर एक से लेकर वार्ड नंबर 27 में अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है. इस टीम का नेतृत्व सहायक अभियंता संतोष कच्छप करेंगे. टीम में कनीय अभियंता भावना सिन्हा, गायत्री कुमारी, कमलेश सिंह, पाइपलाइन इंस्पेक्टर शशिकांत सिंह, अर्जुन रविदास, सिंघा उरांव, रामचंद्र पांडेय व इंफोर्समेंट अफसरों को रखा गया है. वहीं, दूसरी टीम को वार्ड नंबर 28 से वार्ड नंबर 53 तक अभियान चलाने का जिम्मा दिया गया है. दूसरी टीम का नेतृत्व सहायक अभियंता विनय कुमार करेंगे. टीम में कनीय अभियंता अभिषेक कुमार, विपिन बिलुंग, पाइपलाइन इंस्पेक्टर रवि कुमार दास, कमल उरांव, एलेक्स गुड़िया व इंफोर्समेंट अफसरों को रखा गया है. निगम की दोनों टीमें 30 जून तक पूरे शहर में जार वाटर प्लांट की जांच करेंगी.ड्राई जोन के रूप में चिह्नित क्षेत्र
नगर निगम ने सेंट्रल ग्राउंड वाटर बोर्ड की रिपोर्ट के आधार पर शहर के 17 क्षेत्रों को ड्राई जोन के रूप में चिह्नित किया है. इसमें हरमू हाउसिंग कॉलोनी, विद्यानगर, किशोरगंज, न्यू मधुकम, खादगढ़ा, रातू रोड, कांके रोड, टैगोर हिल, बरियातू रोड, कोकर, बूटी रोड, हिंदपीढ़ी, डोरंडा, धुर्वा, हटिया व तुपुदाना क्षेत्र को ड्राई जोन के रूप में चिह्नित किया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है