रांची.
राष्ट्रीय आदिवासी समन्वय समिति भारत के सदस्यों ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर आदिवासी धर्म कॉलम की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन किया. इसमें विभिन्न राज्यों से आये आदिवासी समाज के विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुए. इस मौके पर पूर्व मंत्री देव कुमार धान ने कहा कि आदिवासी अपने हक, अधिकार और पहचान को लेकर सजग और सतर्क हो गये हैं. आदिवासियों की पहचान के लिए अलग से आदिवासी धर्म कॉलम की मांग को लेकर देशभर से आवाज उठने लगी है, आदिवासी समाज लगातार अपनी पहचान को लेकर संघर्षरत है. हमारी वास्तविक जनसंख्या कितनी है, यह हमें पता होना चाहिए. केंद्र सरकार से हमारी आग्रह है कि जल्द से जल्द जनगणना प्रपत्र में आदिवासियों के लिए अलग से आदिवासी धर्म कॉलम दिया जाये.विभिन्न राज्यों से प्रतिनिधि हुए शामिल
धरना-प्रदर्शन के दौरान झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, राजस्थान और असम सहित अन्य राज्यों से आये प्रतिनिधियों ने अपनी बातें रखीं. इसमें पूर्व मंत्री देव कुमार धान, कंधर्व राज सिद्धार्थ, भुवन सिंह कोराम, विनोद नागवंशी, जनार्दन कोड़ा ,अल्मा एक्का, निशा भगत, बुधवा उरांव, शकुंतला हंसदा, फूलचंद तिर्की, बलकू उरांव, धुनकू मुंडा, नारायण गजवे , संजय तिर्की और अभय भूटकुंवर सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे. प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के नाम विभिन्न मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा गया.
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