प्रतिनिधि, ओरमांझी. कुच्चू में नौ दिवसीय श्री श्री 1008 शिव शक्ति हनुमत प्राण प्रतिष्ठा महायज्ञ सह श्रीराम कथा के छठे दिन यज्ञाचार्य पंडित रामदेव पांडेय ने देवताओं का पूजन, फलाधिवास, पुष्पाधिवास, विधि-विधान से पूजन कराया. संध्या में वृंदावन से आये कथावाचक अतुल कृष्ण भारद्वाज जी महाराज ने श्रीराम कथा में सीता स्वयंवर, धनुष यज्ञ, राम विवाह पर कथा का रसपान कराया. उनके राम वनवास के सचित्र वर्णन से सभी स्रोता रो पड़े. भगवान श्री राम ने अपने कुल की मर्यादा को ध्यान में रखकर व पिता के वचन की रक्षा के लिए हंसते हुए राज पाट त्याग कर वन चले गये. इससे सीख लेनी चाहिए कि हमें स्वयं की चिंता न करते हुए यदि जरूरत पड़े तो अपने परिवार, समाज व देश के लिए सब कुछ त्याग देंं. उन्होंने आगे विधि चौपाइयों के माध्यम से कहा कि राजा दशरथ ने दर्पण में अपना बुढ़ापा देखकर यह निर्णय लिया है कि अपने समस्त राजपाट को राम को सौंप कर हमें तपस्या करने चल देना चाहिए. भगवान की भक्ति में मन लगाना चाहिए. राजा दशरथ ने अयोध्यावासियों के समक्ष श्रीराम के राज्याभिषेक का प्रस्ताव रखा. मगर उन्होंने समय पर छोड़ दिया.
भाई हो तो लक्ष्मण जैसा :
कथा प्रसंग में व्यास जी ने कहा कि भाई हो तो लक्ष्मण जैसा. जब भगवान श्री राम वनवास जा रहे थे, तब लक्ष्मण ने अपनी माता से कहा कि मैं भी वनवास जाना चाहता हूं. मां ने कहा कि मैंने तो सिर्फ जन्म ही दिया है, लेकिन असली माता-पिता तो राम-सीता हैं. लक्ष्मण भाई श्री राम के प्रति समर्पित थे. राम, लखन व सीता वनगमन के लिए निकले तो सभी अयोध्यावासी अपने-अपने घरों से उनके पीछे निकल पड़े. व्यास जी के कथावाचन पर पंडाल में बैठे श्रद्धालुओं के आंखों में आंसू भर गये. मौके पर श्रीराम कथा में पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा, सांसद बीडी राम, बिहार से राज्यसभा शंभु शरण पटेल, राज्यसभा सांसद आदित्य प्रसाद साहू, पूर्व विधायक गंगोत्री कुजूर, चंपा देवी, जय गोविंद साहू, वरूण साहू, मनेश महतो, विजय आनंद सहित हजारों भक्त उपस्थित थे.पूर्व केंद्रीय मंत्री ने मत्था टेका :
पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कुच्चू महायज्ञ अनुष्ठान में मंगलवार को पहुंचे. उन्होंने यज्ञ स्थल पर मत्था टेकर भगवान से आशीर्वाद प्राप्त कर प्रसाद ग्रहण किया. कहा कि भव्य मंदिर निर्माण से सनातन धर्म के प्रति लोगों की आस्था बढ़ेगी. कथा से आम लोगों में आनंद, शांति, संस्कार, सद्भावना बढ़ेगी.कुच्चू में आयोजित नौ दिवसीय महायज्ञ,श्री राम कथा के छठा दिनडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है