प्रतिनिधि, मैक्लुस्कीगंज.
मृत्यु पर विजय पाने का पर्व है पास्का. शनिवार संध्या मसीहियों ने समारोह आयोजित कर पास्का जागरण के रूप में मनाया. समारोह की शुरुआत मुख्य रूप से उपस्थित अनुष्ठाता पुरोहित फादर हुबेरतुस बेक ने प्रभु यीशु के जी उठने के लिए पूजा उपासना कर की. पुरोहित ने बताया कि मसीही धर्म विश्वासियों का दृढ़ विश्वास है कि क्रूस पर बलिदान देने के तीसरे दिन प्रभु यीशु जी उठे थे. उन्होंने कहा कि पास्का जागरण की रात मसीहियों के लिए सबसे पावन रात होती है. पुरोहित ने कहा कि ईश्वर के जी उठने की खुशी में रात्रि जागरण का आयोजन किया जा रहा है. पुरोहित ने प्रकाश की धर्मविधि, शब्द समारोह, बपतिस्मा समारोह, युखारीस्तिय समारोह पास्का जागरण की धर्मविधियों को संपन्न कराया. तत्पश्चात विश्वासियों ने प्रभु के जी उठने की खुशी में पूजन कर भजन का सिलसिला देर रात्रि तक चला. सभी विधियों में फादर देवनिस खेस व कर्नाटक से आये डिक्कन सेबेस्टियन लोपीस ने सहयोग किया. रात्रि जागरण में लालपुर, लपरा, सरना, मसरियाखांड़ आदि जगहों से बड़ी संख्या में मसीही विश्वासी शामिल फ़ोटो 1 – पास्का जागरण में शामिल मसीही विश्वासी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है