रांची. झारखंड प्रदेश आंगनबाड़ी कर्मचारी सभा की ओर से शुक्रवार को राजभवन के समीप धरना दिया गया. मौके पर महामंत्री सुंदरी तिर्की ने कहा कि सालों से आंगनबाड़ी सेविका सहायिका की मांगों को लेकर आंदोलन किया जा रहा है, लेकिन आज तक मांगों पर गंभीरतापूर्वक विचार नहीं किया गया है. इस धरना के माध्यम से मांगों पर विचार करने के लिए मुख्यमंत्री से आग्रह कर रहे हैं. मांगों में आंगनबाड़ी सेविका सहायिका के मानदेय में बढ़ोतरी करने, महिला पर्यवेक्षिका में प्रोन्नति के लिए 50 प्रतिशत पदों पर योग्यताधारी सेविका व सहायिका की सीधी नियुक्ति करने सहित अन्य शामिल हैं. धरना में उमेरा खातून, सूर्य मुखी उरांव, ललिता देवी, रूपु देवी, चंचला भोक्ता, वीणा जोशी सहित अन्य शामिल रहीं.
विद्यालय रसोइया-संयोजिका अध्यक्ष संघ का धरना
रांची.
झारखंड प्रदेश विद्यालय रसोइया-संयोजिका अध्यक्ष संघ के तत्वावधान में छह सूत्री मांगों को लेकर विधानसभा के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया गया. प्रदेश अध्यक्ष अजीत प्रजापति ने राज्य सरकार से रसोइया के मानदेय में एक हजार रुपये प्रति माह वृद्धि करने की मांग की. वहीं अन्य मांगों जैसे साल में दो सेट साड़ी देने, रसोइया के लिए स्थायी नियमावली बनाने, न्यूनतम वेतन लागू करने, संयोजिका एवं अध्यक्ष को भी रसोइया की तर्ज पर मानदेय देने, रसोइया की स्थायी नियमावली जब तक नहीं बनती है, तब तक 60 साल उम्र की बाध्यता समाप्त करने और समुचित इलाज की व्यवस्था करने आदि को भी रखा गया. धरना-प्रदर्शन में प्रदेश कोषाध्यक्ष अनिता देवी केसरी, प्रेमनाथ विश्वकर्मा, आशा देवी और रजनी लुगुन उपस्थित थीं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है