रांची. मारवाड़ी कॉलेज में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का रविवार को समापन हो गया. अंतिम दिन प्रो अभिराज राजेंद्र मिश्र ने कहा कि आज पूरा विश्व भारत की तरफ आशा भरी नजरों से देख रहा है. भारत की ज्ञान प्रणाली और उसके क्रियान्वयन से यह बात स्पष्ट हो गयी है कि 21वीं सदी भारत की सदी होगी. प्राचार्य डॉ मनोज कुमार ने कहा कि ट्रेडिशनल इंडियन विजडम विषय पर हमारे महाविद्यालय में आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन प्रतिभागियों के लिए अनुभव एवं प्रेरणापुंज रहा. इस अवसर पर उपस्थित सभी सत्र के अध्यक्षों ने शोधपत्रों की समीक्षा प्रस्तुत की. वहीं तीन सत्र में 64 शोध पत्र प्रस्तुत किये गये. इनमें सामाजिक विज्ञान के 12, संस्कृत-हिंदी के 21 व जनजाति एवं क्षेत्रीय भाषा के 31 पत्र शामिल थे. समापन समारोह में सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र प्रदान किया गया. आयोजन में सचिव डॉ राहुल कुमार व डॉ बसंती रेनू हेंब्रम, संयुक्त सचिव डॉ निवेदिता पॉल व डॉ के हेंब्रम तथा ट्रेजरर रोनाल्ड पंकज खलखो की अहम भूमिका रही. इस अवसर पर डॉ सुनीति नायक, डॉ उमेश कुमार, डॉ भारती द्विवेदी, डॉ अमित कुमार, डॉ अनुभूति श्रीवास्तव, डॉ राजू माझी, डॉ जितेश पासवान, डॉ कनक रागिनी, शोधार्थी, प्रतिभागी तथा छात्र-छात्राएं उपस्थित थे.
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