रांची : नये वर्ष में डीजीपी कमल नयन चौबे खुद प्रदेश के सभी जिलों में जाकर वहां की विधि व्यवस्था की समीक्षा करेंगे. सरकार की जो भी प्राथमिकताएं होंगी, उसमें पुलिस की जो भी भूमिका होगी, उसे तत्परता से लागू कराया जायेगा.
प्रभात खबर से बातचीत में डीजीपी ने कहा कि उनकी प्राथमिकता में थानों की कार्य प्रणाली में गुणात्मक सुधार के साथ-साथ उनकी सक्रियता और बढ़ायी जायेगी. वहीं थानों की सूचना संकलन और एंटी नक्सल ऑपरेशन के लिए ज्यादा कारगर बनाया जायेगा. जिससे पुलिस इन मामलों में खुद आत्मनिर्भर हो सकेगी. जिलों की समीक्षा के दौरान वे यह भी देखेंगे कि महिलाओं और कमजोर वर्ग से जुड़े लोगों के मामले में थाना प्रभारी और एसडीपीओ के स्तर पर कितनी संवेदनशीलता दिखायी गयी है. महिलाओं की सुरक्षा और सांप्रदायिक सौहार्द बनाये रखने के लिए हर कारगर कदम उठाये जायेंगे.
एक सवाल के जवाब में डीजीपी ने कहा कि अब चुनाव की प्रक्रिया समाप्त हो गयी है. अब पुलिस का पूरा ध्यान बेहतर विधि व्यवस्था पर होगा. नक्सलियों की घटनाओं पर नकेल कसेगा.
इसके लिए लगातार प्रभावित क्षेत्रों में मजबूती से अभियान चलेगा. संगीन वारदात जैसे लूट, डकैती, हत्या, दुष्कर्म, पोक्सो एक्ट अादि के मामलों को प्राथमिकता के आधार पर रखकर उसका बेहतर अनुसंधान कराने और अभियोजन पक्ष को मजबूत कर मामले का विचारण फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से कराया जायेगा. इसके अलावा मानव तस्करी रोकने की दिशा में भी बेहतर तरीके से काम पुलिस करेगी.
इसके लिए दूसरे विभागों की मदद भी ली जायेगी. डीजीपी ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर का प्रशिक्षण प्राप्त नये 2700 बेहतरीन नये दारोगा आये हैं उनका बेहतर ढंग से उपयोग अपराध नियंत्रण की दिशा में पूरे प्रदेश में किया जायेगा. वहीं रांची और महत्वपूर्ण शहरों में ट्रैफिक व्यवस्था सुदृढ़ करने के प्रयास किये जायेंगे.