राजेश कुमार, रांची : प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत झारखंड सहित पूरे देश में आठ करोड़ गैस कनेक्शन बांटे जा चुके हैं. झारखंड में अब तक 32.92 लाख लोगों को कनेक्शन दिया जा चुका है. इस नि:शुल्क योजना का लाभ लेने के लिए लोग भी तरह-तरह के उपाय कर रहे हैं. आवेदक के घर में किसी के नाम से पहले से कनेक्शन नहीं होना चाहिए, हालांकि, ऐसा नहीं हो रहा है. लोग इस जुगत में लगे हैं कि किसी तरह से कनेक्शन मिल जाये.
रांची समेत पूरे झारखंड में ही अलग-अलग कारणों से योजना के शुरू होने से अब तक नौ लाख से अधिक आवेदनों को रद्द किया जा चुका है. अक्तूबर 2016 से झारखंड में याेजना की शुरुआत हुई थी. आवेदन रद्द करने के विभिन्न कारण हैं. जिन आवेदनों को रद्द किया गया है, उसमें कई लोगों के पास पहले से गैस कनेक्शन हैं. यही नहीं, कई लोग ऐसे भी हैं, जिन्होंने एक से अधिक जगहों से आवेदन कर दिया है. जब केवाइसी डी-डुप्लीकेशन की गयी, जांच में पकड़ में आया कि आवेदकों ने अलग-अलग जगहों पर आवेदन कर दिया है.