रांची : कोयला उद्योग में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआइ) के विरोध में सीसीएल और सीएमपीडीआइ में संयुक्त मोर्चा की हड़ताल का व्यापक असर दिखा. सीसीएल में प्रथम शिफ्ट में उत्पादन और डिस्पैच का काम भी प्रभावित रहा. मुख्यालय सहित अन्य एरिया में मजदूरों की उपस्थिति बहुत कम रही. मुख्यालय के कई कार्यालयों के ताले भी नहीं खोले जा सके.
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संयुक्त मोर्चा की हड़ताल का दिखा असर, उत्पादन प्रभावित, डिस्पैच का काम भी बाधित, कई कार्यालयों में नहीं खुले ताले
रांची : कोयला उद्योग में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआइ) के विरोध में सीसीएल और सीएमपीडीआइ में संयुक्त मोर्चा की हड़ताल का व्यापक असर दिखा. सीसीएल में प्रथम शिफ्ट में उत्पादन और डिस्पैच का काम भी प्रभावित रहा. मुख्यालय सहित अन्य एरिया में मजदूरों की उपस्थिति बहुत कम रही. मुख्यालय के कई कार्यालयों के ताले भी […]
सीसीएल प्रबंधन ने स्वीकार किया कि मात्र 24 फीसदी मजदूर ही काम पर आये हैं. सीएमपीडीआइ में 79 फीसदी मजदूर अनुपस्थित रहे. प्रबंध के अनुसार सीएमपीडीआइ की 65 ड्रिलिंग मशीन काम करने लायक है. इसमें एक भी चालू नहीं हो पाया. सीएमपीडीआइ और उसके ड्रिलिंग कैंपों में कुल 2008 मजदूर कार्यरत हैं.
इसमें 1590 काम पर नहीं आये. करीब-करीब सभी एरिया में काम प्रभावित हुआ है. आउटसोर्सिंग वाले उत्पादन हुए हैं. विभागीय उत्पादन नाममात्र के हुए हैं. एफडीआइ के विरोध में संयुक्त मोर्चा ने एक दिन के हड़ताल की घोषणा की थी. इसमें एटक, इंटक, सीटू, एचएमएस और एक्टू से संबद्ध मजदूर यूनियनशामिल हैं.
बढ़ रहा आक्रोश
मुख्यालय सहित अन्य एरिया में मजदूरों की उपस्थिति रही कम, कई कार्यालयों के ताले भी नहीं खुले
सीसीएल में मात्र 24 फीसदी श्रमिक आये काम पर, सीएमपीडीअाइ में भी दिखा हड़ताल का असर
सुबह चार बजे से ही मजदूरों को रोकने की कोशिश
संयुक्त मोर्चा के सदस्य सुबह चार बजे से ही मुख्यालय के मुख्य द्वार पर आ गये थे. नौकरी के लिए अानेवाले मजूदरों को रोकने को रोकने का प्रयास किया. मजदूरों से आग्रह किया कि कोयला उद्योग को बचाने के लिए आंदोलन को सफल बनायें.
मुख्य गेट के सामने सुबह से लेकर करीब एक बजे तक मजदूर जमे रहे. मुख्यालय के मेन गेट के सामने सीटू के डीडी रामानंदन, आरपी सिंह, इंटक के सुभाशिष चटर्जी, ध्रमेंद्र गोस्वामी एचएमएस के नान्हू सिंह, जगरनाथ साहू, शशि शेखर आजाद, द झारखंड कोलियरी मजदूर यूनियन के मनोज कुमार सिंह, प्रकाश चंद्र गुप्ता आदि शामिल थे.
सीएमपीडीआइ में व्यापक असर
सीएमपीडीआइ में मुख्य गेट के सामने मजदूर प्रतिनिधियों ने धरना दिया. हालांकि इस दौरान सीएमपीडीआइ के सभी ड्रीलिंग कैंप और मुख्यालय में कर्मचारियों की उपस्थिति नगण्य रही. मुख्य गेट के सामने अशोक यादव, एके हस्सा, केबी शिरोमणि, बीके सिंह, जीएल पासवान, आर ठाकुर आदि मौजूद थे.
अभूतपूर्व हड़ताल हुई है. आगे की लड़ाई के लिए तैयार रहने की जरूरत है. मजदूर ने आंदोलन में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया.
रमेंद्र कुमार, एटक
सभी कंपनियों में काम पूरी तरह ठप रहा. मजदूरों ने ताकत दिखा दी है. संयुक्त मोर्चा मिलकर लड़ाई करेंगे. इस बार ठेके वालों ने भी अच्छा साथ दिया.
राजेंद्र सिंह व एसक्यू जमा, इंटक
कोल इंडिया की सभी कंपनियों शत प्रतिशत काम बंद है. सभी नियमित, ठेकेदार एवं आउटसोर्सिंग कंपनियों के मजदूर हड़ताल पर रहे. कोयले का उत्पादन और डिस्पैच बिल्कुल ठप रहा.
आरपी सिंह, सीटू
सभी एरिया में व्यापक असर रहा. आज तक ऐसा बंद कोल इंडिया ने नहीं दिखा था. आगे की लड़ाई के लिए तैयार रहना होगा.
राजेश कुमार सिंह, एचएमएस
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