रांची : विनोबा भावे विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ रमेश शरण के खिलाफ सोमवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) किये गये प्रदर्शन और बंधक बनाने की घटना की ऑल इंडिया स्टूडेंट फेडरेशन (एआईएसएफ) ने भर्त्सना की है. एआईएसएफ ने कहा कि मुख्यधारा की राजनीति छोड़कर एबीवीपी को छात्र हित पर ध्यान देना चाहिए.
ज्ञात को कि सोमवार को डॉ शरण रांची विश्वविद्यालय के पीजी विभाग में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने आये थे. वहां एबीवीपी में कार्यकर्ताओं द्वारा उनके खिलाफ प्रदर्शन किया और उनकी गाड़ी पर आतंकवादी सहित कई अपशब्द भी लिखे. उनकी गाड़ी के नंबर प्लेट और नेम प्लेट पर भी परिषद कार्यकर्ताओं ने कालिख पोत दी.
एआईएसएफ के राज्याध्यक्ष मेहुल मृगेंद्र ने कहा कि वर्तमान में देश के छात्र आजादी के बाद सबसे बुरे वक्त से गुजर रहे हैं. महंगी होती शिक्षा और बेरोजगारी के दौर में वे परेशान हैं. शिक्षा के बजट में लगातार कटौती हो रही है. इस पर ध्यान देने की बजाय विद्यार्थी परिषद ध्यान भटकाकर छात्रों को बरगलाने का काम कर रहा है.
मृगेंद्र ने कहा कि इस मामले में प्रशासन को कानूनी कार्रवाई करते हुए दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देनी चाहिए. साथ ही रांची विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. रमेश पांडेय को इस मामले में उच्च स्तरीय जांच करानी चाहिए.