रांची : रांची विश्वविद्यालय में एक छात्र को दो विषयों में ग्रेस अंक देकर पास करने का मामला सामने आया है. कांता शर्मा ने वर्ष 1990 में बीए ऑनर्स की परीक्षा दी थी. उस समय परीक्षा विभाग ने दो विषय में फेल होने की स्थिति में एक विषय में एक अंक और दूसरे विषय में चार अंक देकर अधिकतम पांच अंक ग्रेस देकर उसे पास कर दिया था. विद्यार्थी जब विवि में डिग्री लेने आया, तो इसकी जांच की गयी.
गुरुवार को विवि परीक्षा बोर्ड ने उक्त विद्यार्थी की डिग्री को रद्द कर दिया. परीक्षा बोर्ड की बैठक प्रतिकुलपति प्रो कामिनी कुमार की अध्यक्षता में हुई थी.
बैठक में पिछले दिनों सेमेस्टर वन की हिंदी कम्यूनिकेशन और नन हिंदी की परीक्षा में सिलेबस से बाहर प्रश्न पूछे जाने की शिकायत पर चर्चा हुई. जांच के बाद हिंदी कम्यूनिकेशन में सिलेबस से बाहर प्रश्न पूछे जाने का मामला गलत निकला, जबकि नन हिंदी के प्रश्न सिलेबस से बाहर मिले. बोर्ड ने इसकी जांच कर रिपोर्ट देने के लिए मानविकी संकाय की डीन डॉ शुभा रोहतगी को अधिकृत किया. डीन संबंधित विषय के विभागाध्यक्ष से संपर्क कर विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर विवि को सौंपेंगी.
बैठक में हिंदी, अर्थशास्त्र के एक-एक अौर बीएड पार्ट वन के तीन विद्यार्थियों की उत्तरपुस्तिका नहीं मिलने की स्थिति में पुन: परीक्षा लेने का निर्णय लिया गया. बैठक में प्रतिकुलपति के अलावा सभी डीन, रजिस्ट्रार डॉ एके चौधरी, परीक्षा नियंत्रक डॉ राजेश कुमार सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे.