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रांची : कफ सिरप कोडिन के निर्माता कंपनी के खिलाफ प्राथमिकी
प्रतिबंधित सिरप मध्य प्रदेश से झारखंड में होता था सप्लाई रांची : राज्य औषधि निदेशालय के आदेश पर ड्रग इंस्पेक्टर की सात सदस्यीय टीम ने विभिन्न जिलाें से जब्त प्रतिबंधित कोडिन कफ सिरप के निर्माता कंपनी पर सुखदेव नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है. औषधि निरीक्षकाें ने बताया है कि मध्य प्रदेश के बद्दी […]
प्रतिबंधित सिरप मध्य प्रदेश से झारखंड में होता था सप्लाई
रांची : राज्य औषधि निदेशालय के आदेश पर ड्रग इंस्पेक्टर की सात सदस्यीय टीम ने विभिन्न जिलाें से जब्त प्रतिबंधित कोडिन कफ सिरप के निर्माता कंपनी पर सुखदेव नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है. औषधि निरीक्षकाें ने बताया है कि मध्य प्रदेश के बद्दी सोलन में प्रतिबंधित दवा का निर्माण होता है.
निर्माता कंपनी विंग बॉयोटेक प्रतिबंधित कफ सिरप का निर्माण करती है, जिसकी बिक्री पर प्रतिबंध है.निर्माण करने के बाद किफ सिरप कोडिन की बड़ी खेप पूरे राज्य में सप्लाई की जाती है. इधर, बुधवार को आरके इंटरप्राइजेज के संचालक संतोष कुमार गुप्ता को भी सुखदेवनगर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, जबकि उनके सहयोगी दीपक कुमार सिंह व विक्रांत बुधवार को ही गिरफ्तार हो चुके हैं. शुक्रवार को तीनों को जेल भेज दिया गया. इस मामले में सात लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है. गौरतलब है कि रातू रोड के अमरूद बगान स्थित आरके इंटरप्राइजेज में छापेमारी कर 50 लाख से अधिक का प्रतिबंधित कोडिन कप सिरप जब्त किया गया था़
टीम की ओर से प्राथमिकी में कहा गया है कि प्रतिबंधित कफ सिरप की बिक्री पर ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट की धारा 18 (c), 27 (d),18-B, 27-A एवं नारकाेटिक्स ड्रग सब्सटांस एक्ट के 1985 की धारा 8 (c), 21 व 22 तक कार्रवाई की जा सकती है. ऐसे मेें निर्माता कंपनी के मालिक राकेश अरोरा व देवेंद्रपाल रोहेवाल व राजेंद्र प्रसाद अरोरा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाये.
वहीं दंड संहिता 420 के तहत भी कार्रवाई करने की बात कही गयी है. गाैरतलब है कि 13 अगस्त को गुप्त सूचना पर गंधौरी चतरा स्थित मेसर्स माही मेडिकल में छापेमारी की गयी, जिसमें 2400 फाइल कफ सिरप का काेई अभिलेख प्रस्तुत नहीं किया गया. कई मेडिकल हाॅल मेें 47 कार्टन कफ सिरप की आपूर्ति की गयी है. ऐसे मेें यह प्रतीत होता है कि निर्माता कंपनी द्वारा इतनी बड़ी प्रतिबंधित दवा की खेप भेजना नशा के रूप में करने के लिए भेजा गया है.
मुख्य आरोपी संतोष गुप्ता गिरफ्तार
प्रतिबंधित कफ सिरप कोडिन के निर्माता कंपनी व उनके संचालकों पर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. राज्य में बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित कफ सिरप काे भेजने की मंशा गलत है. ऐसा लगता है कि कफ सिरप का उपयोग नशा के रूप में किया जाता था.
सुरेंद्र प्रसाद, संयुक्त सचिव, औषधि निदेशालय
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