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रांची : सरकार ने कहा, ट्रेजरी में 400 करोड़ जमा करे जैक

सुनील कुमार झा, रांची : राज्य सरकार ने झारखंड एकेडमिक काउंसिल को 400 करोड़ रुपये राजकोष में जमा करने को कहा है. योजना सह वित्त विभाग के संयुक्त सचिव अविनाश कुमार सिंह ने झारखंड एकेडमिक काउंसिल के अध्यक्ष डॉ अरविंद प्रसाद सिंह को इस संबंध में पत्र लिखा है. विभाग की अोर से लिखे गये […]

सुनील कुमार झा, रांची : राज्य सरकार ने झारखंड एकेडमिक काउंसिल को 400 करोड़ रुपये राजकोष में जमा करने को कहा है. योजना सह वित्त विभाग के संयुक्त सचिव अविनाश कुमार सिंह ने झारखंड एकेडमिक काउंसिल के अध्यक्ष डॉ अरविंद प्रसाद सिंह को इस संबंध में पत्र लिखा है.
विभाग की अोर से लिखे गये पत्र में कहा गया है कि राज्य सरकार ने निर्णय लिया है कि झारखंड एकेडमिक काउंसिल के बैंक खाता में संचित निधि में से तत्काल 400 करोड़ रुपये राजकोष में जमा करें.
सरकार ने झारखंड एकेडमिक काउंसिल को राशि जमा करने के लिए अलग-अलग मद के नाम भी दिये है. राशि जमा होने के बाद इसकी सूचना भी योजना सह वित्त विभाग को देने को कहा गया है. सरकार द्वारा राशि राजकोष में जमा करने के संबंध में पत्र भेजे जाने का मामला सोमवार को झारखंड एकेडमिक काउंसिल बोर्ड की बैठक में भी उठा.
सदस्यों का कहना था कि झारखंड एकेडमिक काउंसिल राशि राजकोष में जमा करने पूर्व सभी पहलुओं पर विचार कर लें. राशि जमा करने के से पहले मामले में कानूनी राय भी लेने की बात कही गयी.
सदस्यों ने झारखंड एकेडमिक काउंसिल अधिनियम 2002 का हवाला देते हुए कहा कि अधिनियम में यह प्रावधान है कि राशि राष्ट्रीयकृत बैंकों में जमा की जाये. ऐसे में राशि राज कोष में जमा करने के पूर्व सभी पहलुओं पर विचार किया जाये. सदस्यों का कहना था कि झारखंड एकेडमिक काउंसिल एक स्वायत्त संस्था है.
झारखंड एकेडमिक काउंसिल बोर्ड की बैठक में उठा मामला सदस्यों ने कहा- राशि जमा करने से पहले ले कानूनी सलाह
संयुक्त सचिव ने संचित निधि में से राशि देने को कहा
सदस्यों ने कहा कि प्रावधान के तहत राष्ट्रीय बैंक में राशि जमा की जाये
इन मदों में जमा करने को कहा गया राशि
  • मुख्यशीर्ष: शिक्षा, खेलकूद कला तथा संस्कृति
  • उपमुख्य शीर्ष: सामान्य शिक्षा
  • लघुशीर्ष: माध्यमिक शिक्षा
  • उपशीर्ष: माध्यमिक शिक्षा
  • विस्तृत शीर्ष: प्राप्तियां
  • इकाई: प्राप्तियां
बच्चों से ली गयी शुल्क से जमा हुई है राशि
झारखंड एकेडमिक काउंसिल एक स्वायत्त संस्था है. जैक के आय का मुख्य स्रोत विभिन्न परीक्षाओं से प्राप्त होने वाला शुल्क है. जानकार लोगों का कहना है कि जैक के अधिनियम में यह प्रावधान है कि राशि किस-किस में मद में खर्च की जा सकती है. जैक अपनी राशि परीक्षा, वेतन, मूल्यांकन व अन्य तय मद में ही खर्च कर सकता है.
2009 में था सौ कराेड़ का कॉरपस फंड
झारखंड एकेडमिक काउंसिल के पास वर्ष 2009 में एक सौ कराेड़ का कॉरपस फंड था. पूर्व अध्यक्ष डॉ शालिग्राम यादव ने कार्यकाल पूरा होने पर इसकी घोषणा की थी कि जैक के कॉरपस फंड में सौ करोड़ रुपये जमा है.

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