सरकार की नीतियों के विरोध में अभियान की शुरुआत की जायेगी
रांची : झाविमो अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी पार्टी नेताओं के साथ 30 नवंबर को राजभवन के समक्ष धरना पर बैठेंगे़ राज्य स्तरीय धरना में पारा शिक्षकों की मांगों के समर्थन के साथ-साथ दूसरे राज्यों के लोगों की बहाली का विरोध होगा़ पार्टी धरना के माध्यम से स्थानीय नीति का विरोध करेगी़
पार्टी नेता प्रदीप यादव ने इस बाबत कहा कि धरना के बाद राज्यपाल से मुलाकात कर नियुक्ति प्रक्रिया में हस्तक्षेप की मांग की जायेगी़ सरकार ने त्रुटि पूर्ण स्थानीय नीति बनायी है़ इससे बाहर के लोगों का रास्ता खुल गया है़ तृतीय और चतुर्थ श्रेणी की नौकरियां भी यहां के लोगों को नहीं मिल रही है़ं श्री यादव ने कहा कि राज्य भर में सरकार की नियुक्ति प्रक्रिया को लेकर रोष है़ धरना कार्यक्रम के साथ सरकार की नीतियों के विरोध में अभियान की शुरुआत की जायेगी. आगे कई चरणों में आंदोलन की रूपरेखा बनायी जायेगी़
शिक्षा मंत्री बतायें, किस राज्य में 75 प्रतिशत झारखंडी तृतीय श्रेणी में नौकरी कर रहे हैं : बंधु
दूसरी तरफ, पूर्व शिक्षा मंत्री और झाविमो नेता बंधु तिर्की ने कहा कि शिक्षा मंत्री डॉ नीरा यादव कह रही हैं कि दूसरे राज्यों में भी झारखंडी नौकरी कर रहे हैं, तो साबित करें कि किस राज्य में शिक्षक बहाली में झारखंड के 75 फीसदी नौजवानों को नौकरी मिली है़ शिक्षा मंत्री इसको साबित करें या फिर अपने पद से इस्तीफा दे़ं श्री तिर्की ने कहा कि नियुक्ति प्रक्रिया में बाहरी लोगों को नियुक्त करने की बड़ी साजिश रची जा रही है़
उत्तर प्रदेश, पं बंगाल, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ सहित किसी भी राज्य में बाहर के लिए झारखंड की तरह खिड़की-दरवाजे नहीं खोले गये है़ं झारखंड में जानबूझ कर ऐसी स्थानीय नीति बनायी गयी है, जिससे झारखंड के नौजवानों का हक दूसरे राज्य के लोग मार रहे है़ं सरकार ने नियम-कानून बनाने की जगह, उसे और लचीला बना दिया़ झाविमो नेता ने कहा कि अब पारा शिक्षकों को हटाने की बात कही जा रही है़
गांव-देहात के आदिवासी-मूलवासी शिक्षकों की जगह इसमें भी बाहर के लोगों को मौका दिया जायेगा़ श्री तिर्की ने कहा कि इसका विरोध होगा़ बाहरी लोगों को झारखंडी का हक मारने नहीं दिया जायेगा़ मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सदन में कहा था कि यहां बाहर के लोगों को नौकरी नहीं मिल रही है़ शत प्रतिशत झारखंडियों की बहाली हो रही है़ मुख्यमंत्री इसको सुनिश्चित करे़ं