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धीमी है रफ्तार : रांची में निर्बाध बिजली के लिए छह माह और लगेंगे
विद्युत सुदृढ़ीकरण का 70 फीसदी काम हुआ, 30 प्रतिशत बाकी सुनील चौधरी रांची : रांची में निर्बाध बिजली आपूर्ति में अभी छह माह और लगेंगे, क्योंकि यहां केबलिंग और विद्युत सुदृढ़ीकरण का 70 प्रतिशत काम ही हो पाया है. शेष 30 फीसदी काम पूरा करने में छह माह से अधिक समय लग सकता है. आइएपीआरडी […]
विद्युत सुदृढ़ीकरण का 70 फीसदी काम हुआ, 30 प्रतिशत बाकी
सुनील चौधरी
रांची : रांची में निर्बाध बिजली आपूर्ति में अभी छह माह और लगेंगे, क्योंकि यहां केबलिंग और विद्युत सुदृढ़ीकरण का 70 प्रतिशत काम ही हो पाया है. शेष 30 फीसदी काम पूरा करने में छह माह से अधिक समय लग सकता है.
आइएपीआरडी योजना के तहत रांची में 395 करोड़ की लागत से विद्युत सुदृढ़ीकरण का काम जुलाई 2016 में पॉलीकैब कंपनी को दिया गया था. इसके तहत नये सब स्टेशन बनाने, पुराने तारों को बदलने, जगह-जगह अंडरग्राउंड केबलिंग करने, ट्रांसफारमर की क्षमता बढ़ाने जैसे काम शामिल हैं.
सरकार का फोकस अंडरग्राउंड केबलिंग पर था. वजह है कि आंधी-पानी में इससे तार टूटने का खतरा कम हो जाता है. दूसरी ओर पुराने तारों की जगह एरियल बंच कंडक्टर लगाना था, ताकि कोई हुकिंग कर बिजली चोरी न कर सके. पुराने ट्रांसफारमरों पर लोड बढ़ रहा था, जिसके कारण इसकी क्षमता बढ़ानी है.
क्या कहते हैं कंपनी के अधिकारी
पॉलीकैब के डीजीएम इपीसी नीलेश मेहता का कहना है कि 70 प्रतिशत काम हम पूरा कर चुके हैं. कई बार शटडाउन नहीं मिलता है, जिसके कारण काम में विलंब होता है. अभी दुर्गा पूजा को लेकर शटडाउन बंद है.
इस कारण कहीं भी काम नहीं हो रहा है. प्रमुख सड़कों पर बिजली वितरण निगम लिमिटेड को परमिशन लेकर देनी है, परमिशन न मिलने की वजह से अंडरग्राउंड केबल का काम रुका हुआ है. सेवा सदन सब स्टेशन से लेकर सर्किट हाउस तक केबल लगाने का काम केवल भीड़-भाड़ वाला इलाका होने की वजह से नहीं हो रहा है. रांची सिटी में कई जगह अड़चन आती है. कई जगह लोग अपने घर के पास पोल लगाने नहीं देते. अंडरग्राउंड केबलिंग के लिए यूटिलिटी जैसे टेलीफोन केबल, पानी की पाइप आदि की समस्या आती है. जहां तक मैनपावर की बात है, तो यहां 903 लोग काम कर रहे हैं. उम्मीद है कि इस बार एक्सटेंशन मिलने और समय पर शटडाउन मिलने पर काम पूरा हो जायेगा.
क्या-क्या काम हुआ है
नौ पावर सब स्टेशन की क्षमता बढ़ाकर पांच एमवीए की जगह 10 एमवीए के पावर ट्रांसफारमर लगाये गये हैं.
10 नये पावर सब स्टेशन बनाने थे, जिसमें पांच सब स्टेशन पंडरा सदाबहार चौक, आरएंडडी सेल, ओरमांझी व सुतियांबे में बन चुके हैं.
23 सब स्टेशनों में वीसीबी, सीटी, पीटी, आइसोलेटर व अन्य काम करने थे, जिसमें 18 में पूरा हो चुका है.
18 किमी नया 33 केवी ओवरहेड लाइन बनाना था, जिसमें 17 किमी का काम हो चुका है.
30 किमी 33 केवी अंडरग्राउंड केबल बिछाना था. इसमें 18 किमी का काम ही हुआ है. कुसई से मेकन सब स्टेशन को लिंक कर दिया गया है. कोकर अरबन से कोकर रूरल सब स्टेशन को इंटरिलंक कर दिया गया है. कोकर अरबन से प्रस्तावित चुटिया सब स्टेशन को लिंक किया गया है. सुजाता चौक से पॉलिटेक्निक पावर सब स्टेशन तक का काम हो चुका है.
33 केवी ओवरहेड ताल बदलने का काम 20 किमी करना था, जिसमें आठ किमी हो चुका है.
150 किमी तक 11 केवी नयी लाइन बनाने का काम करना है, जो 100 किमी तक हो चुका है.
11 केवी अंडरग्राउंड केबल 110 किमी तक बिछाना था, जिसमें 60 किमी तक काम हो चुका है. प्रमुख रूप से कोकर इंडस्ट्रियल एरिया, अशोक नगर, खादगढ़ा, लालपुर, कोकर व अन्य इलाकों में काम हुए हैं.
11 केवी एबीसी कंडक्टर 30 किमी बदलना था, जिसमें 10 किमी ही बदला गया है.
233 किमी 11 केवी तार को बदलना है, जिसमें 100 किमी ही बदला गया है.
शहर में 1700 नये ट्रांसफारमर लगाने हैं, जिसमें 1200 लग चुके हैं. शहर में इस समय ट्रांसफारमर की संख्या छह हजार हो गयी है.
75 ट्रांसफारमर की क्षमता बढ़ाने का काम कर लिया गया है. इसमें 25 की जगह 63, 63 और 100 केवीए की जगह 200 केवीए के ट्रांसफारमर लगाये गये हैं.765 किमी एलटी तार को बदलना है, जिसमें 476 किमी बदले गये हैं.
इन कामों में है अड़चन
– रातू रोड चौक से कांके चौक तक अंडरग्राउंंड केबल बिछाने के काम के लिए अभी तक झारखंड बिजली वितरण निगम को अनुमति नहीं मिली है – रातू रोड चौक से पिस्का मोड़ चौक तक अंडरग्राउंंड केबल बिछाने का काम एलिवेटेड रोड के कारण लंबित है – कांटाटोली चौक में अंडरग्राउंड केबल का काम बाकी है. कोकर क्षेत्र में करीब छह किमी तक अंडरग्राउंड केबल बिछाने का काम बाकी है – नामकुम ग्रिड से सदर अस्पताल सब स्टेशन को जोड़ने का काम नहीं हो सका है – हरमू रोड में रातू रोड चौक से बिरसा चौक तक अंडरग्राउंड केबल का काम स्मार्ट रोड के कारण लंबित है सेवा सदन सब स्टेशन से शहीद चौक होते हुए कचहरी चौक और सर्किट हाउस तक अंडरग्राउंड केबल का काम भीड़-भाड़ की वजह से लंबित है.
हरमू और बरियातू हाउसिंग में बनेंगे पार्क
रांची. हरमू और बरियातू हाउसिंग कॉलोनी में रांची नगर निगम दो पार्क का निर्माण करायेगा. पार्क निर्माण कार्य का शिलान्यास बुधवार को नगर विकास मंत्री सीपी सिंह, सांसद रामटहल चौधरी, मेयर आशा लकड़ा व डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय ने संयुक्त रूप से किया. हरमू हाउसिंग कॉलोनी में यह पार्क क्रिकेटर महेंद्र सिंह धौनी के आवास के पीछे बनेगा. वहीं, बरियातू हाउसिंग कॉलोनी में भी एक एकड़ से अधिक जमीन पर पार्क बनेगा. मौके पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए नगर विकास मंत्री ने कहा कि लोगों की जरूरत के अनुसार राज्य सरकार व नगर निगम सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर प्रयत्नशील है.
रांची : रिम्स के शिशु विभाग में फोटोथेरेपी मशीन पर मृत बच्चे के साथ जीवित बच्चे का इलाज करने पर प्रबंधन ने नर्स से स्पष्टीकरण मांगा है.
नर्स से पूछा गया है कि आखिर बच्चे की माैत के तुरंत बाद शव को वहां से क्यों नहीं हटाया गया. वहीं, शिशु विभाग के एक अन्य वार्ड में इलाज के दौरान मृत बच्चे के शव घंटे पड़े रहने पर वहां के कार्यरत नर्स से स्पष्टीकरण मांगा गया है. अधीक्षक डॉ विवेक कश्यप ने बताया कि स्पष्टीकरण से उनका पक्ष लिया जायेगा. यह स्पष्ट निर्देश है कि इलाज के दौरान मृत मरीज के शव को तुरंत हटाना है.
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