रांची : झामुमो छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव लड़ेगा. यह निर्णय रविवार को झामुमो केंद्रीय समिति की विस्तारित बैठक में लिया गया. पार्टी ने इस मुद्दे पर अंतिम निर्णय लेने के लिए केंद्रीय अध्यक्ष शिबू सोरेन को अधिकृत किया है.
बैठक के बाद कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने कहा कि छत्तीसगढ़ में झामुमो का मजदूर यूनियन पहले से चल रहा है. छत्तीसगढ़ में 30 प्रतिशत आदिवासी निवास करते हैं. ऐसे में यहां पार्टी का जनाधार खड़ा हो सकता है. छत्तीसगढ़ में चुनाव लड़ने के सवाल पर किसी दल से गठबंधन पर बातचीत नहीं हुई है.
निर्मल महतो के हत्यारे को रिहा करने के फैसले का विरोध : श्री सोरेन ने कहा कि सरकार लगातार जनविरोधी फैसले ले रही है. इसमें शहीद निर्मल महतो के हत्यारे को रिहा करने का फैसला भी शामिल है. इस मुद्दे पर पार्टी चुप नहीं बैठेगी. पार्टी ने सरकार के इस फैसले की निंदा की. उन्होंने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन का आरक्षण के संबंध में दिये गये बयान से भाजपा की मनुवादी सोच उजागर होती है. भाजपा आदिवासी, दलित व पिछड़ा वर्ग के अस्तित्व को खत्म करना चाहती है.
लचर कानून व्यवस्था के खिलाफ राज्यपाल से मिलेगा प्रतिनिधिमंडल
राज्य की लचर कानून व्यवस्था के खिलाफ झामुमो का एक दल राज्यपाल से मिलेगा. इसमें पार्टी के विधायक शामिल रहेंगे. हेमंत सोरेन ने कहा कि सरेआम लोगों की हत्या हो रही है. सरकार व प्रशासन मूक दर्शक बन कर तमाशा देख रहा है. उन्होंने कहा कि कई जिले सुखाड़ की चपेट में हैं. किसानों की स्थिति गंभीर है. ऐसे में सरकार तत्काल किसानों को राहत पहुंचाये. सरकार 7000 स्कूलों के विलय के फैसले को वापस लेते हुए फिर से स्कूल खोले.
पूर्व सांसद लक्ष्मण टुडू झामुमो में शामिल
बैठक के दौरान ओड़िशा के पूर्व सांसद लक्ष्मण टुडू ने झामुमो की सदस्यता ग्रहण की. कहा कि वे शिबू सोरेन के व्यक्तित्व से प्रभावित होकर झामुमो में शामिल हो रहे हैं. बैठक में विधायक स्टीफन मरांडी, जगन्नाथ महतो, चंपई सोरेन, जोबा मांझी, कुणाल षाड़ंगी, दशरथ गगराई, बबीता देवी सहित अन्य मौजूद थे.