रांची : चारा घोटाले में विशेष अदालत से दोषी ठहराये गये राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव झारखंड की राजधानी रांची स्थित बिरसा मुंडा जेल में बंद हैं और रोज उनसे मिलने की चाहत लेकर कई समर्थक यहां पहुंच रहे हैं. हालांकि वे सप्ताह में मात्र तीन लोगों से ही मिल सकते हैं.
गुरुवार को भी जेल के बाहर लालू समर्थक देखे गये, जो लालू के लिए सामान लेकर पहुंचे थे. इनमें से छपरा से आये एक समर्थक लालू के लिए भूंजा, सत्तू, पियर्स साबुन, सेब, खीरा आदि लेकर जेल पहुंचे. उन्होंने कहा कि लालू हमारे लिये पूज्य हैं. वे गरीबों के नेता हैं. एक महिला समर्थक जो लालू से मिलने का अरमान लेकर यहां पहुंची थी, उसने कहा कि लालू दबे कुचले लोगों की आवाज हैं. उन्हें फंसाया गया है. महिला समर्थक ने कहा कि जेल को हम मंदिर, मस्जिद और गिरजा के रुप में देख रहे हैं और हम यहां प्रणाम कर रहे हैं.
जेल के बाहर एक और नजारा देखने को मिला जो सबको आकर्षित कर रहा था. पूर्व राजद विधायक लक्ष्मी नारायण यादव जेल के बाहर देखे गये, जो जेल को प्रणाम कर रहे थे. उनसे जब पूछा गया कि वे जेल को क्यों नमन कर रहे हैं तो उन्होंने उत्तर दिया कि लालू गरीबों के मसीहा हैं. इसलिए हम जेल को मंदिर मान रहे हैं और उसे प्रणाम कर रहे हैं.