Hemant Soren Emotional On Dashkarma: नेमरा (रामगढ़)-झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन दिशोम गुरु शिबू सोरेन के श्राद्धकर्म को लेकर फिलहाल पैतृक गांव नेमरा में हैं. वहीं वे पारंपरिक रस्म-रिवाज का निर्वहन कर रहे हैं. शुक्रवार को दशकर्म के दौरान वे भावुक हो गए. मुंडन के वक्त उनकी आंखें नम हो गयीं. सोशल मीडिया एक्स पर उन्होंने लिखा है कि दशकर्म झारखंडी सभ्यता, संस्कृति और परंपरा को समर्पित है. झारखंड राज्य निर्माता वीर दिशोम गुरुजी को श्रद्धांजलि अर्पित. वीर दिशोम गुरु शिबू सोरेन अमर रहें. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पुत्रधर्म के साथ-साथ राजधर्म भी निभा रहे हैं.
पांच अगस्त को हुआ था अंतिम संस्कार
झारखंड के पूर्व सीएम शिबू सोरेन का पांच अगस्त 2025 को राजकीय सम्मान के साथ रामगढ़ के नेमरा में अंतिम संस्कार किया गया. चार अगस्त 2025 को दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली थी. दिल्ली से रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर पार्थिव शरीर पहुंचने पर उन्हें आखिरी जोहार कहने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा था. वहां से उनका पार्थिव शरीर रांची के मोरहाबादी स्थित आवास पर पहुंचा. यहां रातभर रहने के बाद अगले दिन सुबह रांची से रामगढ़ के लिए उनकी अंतिम यात्रा निकाली. रास्ते में लोगों ने नम आंखों से उन्हें आखिरी विदाई दी. सीएम हेमंत सोरेन ने अपने पिता को मुखाग्नि दी थी.
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पुत्रधर्म के साथ निभा रहे राजधर्म
अपने पिता के अंतिम संस्कार के बाद से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन रामगढ़ के नेमरा गांव में ही हैं. विधि-विधान से श्राद्धकर्म कर रहे हैं. इस दौरान वे खेतों और गांव की गलियों में भी घूम रहे हैं. ग्रामीणों की समस्या से रू-ब-रू हो रहे हैं. झारखंड की महत्वपूर्ण फाइलों को निबटा भी रहे हैं. इस तरह वे पुत्रधर्म के साथ राजधर्म का भी निर्वहन कर रहे हैं.
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