मेदिनीनगर. बाल सुधार गृह में शुक्रवार को एक नाबालिग ने आत्महत्या कर ली थी. शनिवार को मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में तीन सदस्यीय डॉक्टरों की टीम ने पोस्टमार्टम किया. पोस्टमार्टम का पूरी तरह से वीडियोग्राफी कराया गया है. मजिस्ट्रेट के रूप में सदर प्रखंड के बीडीओ जागो महतो मौजूद थे. जबकि डॉक्टरों की टीम में डॉ विजय सिंह, डॉ संजीत कुमार व डॉ वीरेंद्र कुमार शामिल थे. पोस्टमार्टम के बाद शव उसके परिजनों को सौंप दिया गया है. मालूम हो कि नाबालिग पोस्को एक्ट के मामले में बाल सुधार गृह में बंद था. उसने बाथरूम के छत में लगे हुक में गमछा लगाकर आत्महत्या की थी. नाबालिग पोस्को के मामले में गढ़वा जेल में बंद था. लेकिन जब उसके परिजनों ने वकील के माध्यम से आपत्ति की गयी की जेल में बंद युवक नाबालिग है. जांच के बाद पता चला कि जेल में बंद युवक नाबालिग है. इसके बाद उसे आठ अगस्त को बाल सुधार गृह पलामू में भेजा गया था. जानकारी के अनुसार नाबालिक मानसिक रूप से अस्थिर था. उसका इलाज रीनपास से चल रहा था. समय समय पर उसका काउंसलिंग भी किया जा रहा था. आत्महत्या की जानकारी मिलने के बाद डीएलएसए सेक्रेटरी राकेश रंजन बाल सुधार गृह पहुंचे थे. पूरे मामले में मजिस्ट्रेट से जांच करायी जायेगी.
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