मेदिनीनगर. स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के निर्देश पर सेंटर फाॅर कैटलाइजिंग चेंज के तकनीकी सहयोग से प्रशिक्षण संस्थान में कार्यक्रम का समापन किया गया. वर्ग 6-12 तक के विद्यालयों से चयनित दो- दो शिक्षकों को विद्यालय आरोग्य दूत कार्यक्रम के तहत जिला साधनसेवी के द्वारा भारत सरकार एवं झारखंड सरकार के द्वारा तैयार प्रशिक्षण संदर्शिका से जुड़े 16 विषयों के ऊपर जानकारी दी गयी. मुख्य अतिथि डायट की प्राचार्या अमृता सिंह ने बताया कि कुल 52 बैच का प्रशिक्षण डायट की ओर से सी-थ्री के तकनीकी सहयोग से किया जा रहा है. जिसमें बुधवार को 23वें बैच का समापन सफलता पूर्वक किया जा रहा है. प्रशिक्षण में आरोग्य दूत के रूप शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया है. जिससे वे किशोर-किशोरियों को उनके शारीरिक, मानसिक, सामाजिक एवं जीवन कौशल संबंधी जानकारी देकर उन्हें सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाने का कार्य कर सकें. प्रोग्राम ऑफिसर आकाश कुमार ने कहा कि प्रशिक्षण का उद्देश्य शिक्षकों को विद्यालय आरोग्य दूत के रूप में तैयार करना है. ताकि वे अपने विद्यालय में एक स्वस्थ वातावरण बना सके. कहा कि किसी भी प्रकार की समस्याओं को अपने आरोग्य दूतों से शिकायत व सुझाव पेटी के माध्यम से निर्भीक होकर साझा कर सकें. मौके पर डायट प्रभारी प्राचार्य डॉ धीरेंद्र सिंह, हसन रजा, जितेंद्र कुमार तिवारी, मृत्युंजय कुमार, नूतन कुमारी, मो शाहिद अनवर, अनुज शुक्ल, कन्हाई सिंह, प्रशिक्षक लाल कृष्ण भारद्वाज, प्रियेश कुमार, राखी रानी, अर्पण कुमार गुप्ता, राजेश कुमार मिश्रा, देवेंद्र मिंज,गिरेन्द्र महतो आदि मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है