बालूमाथ. प्रखंड के शेरेगड़ा में आयोजित 24 कुंडीय शक्ति संवर्धन गायत्री महायज्ञ के तीसरे दिन बुधवार को भी दिनभर आध्यात्मिक कार्यक्रम होते रहे. श्रद्धालु ने ब्रह्म मुहूर्त में ही स्नान-ध्यान कर प्रातः जागरण, ध्यान, जप व प्रज्ञा योगासन किये. इस दौरान गायत्री महामंत्र से यज्ञ स्थल गुंजायमान रहा. सुबह होते ही अन्य श्रद्धालु भी यज्ञ मंडप पर पहुंचने लगे. यज्ञशाला में आस्था का सैलाब दिखा. सुबह आठ बजे से लेकर 12 बजे दिन तक सैकड़ों श्रद्धालुओं ने 24 कुंडीय हवन कुंड में विशेष आहुतियां दी. पूरा वातावरण हवन से सुगंधित हो उठा. वहीं अन्नप्राशन,मुंडन , यज्ञोपवीत, विद्याआरम्भ संस्कार भी कराये गये. शांति कुंज हरिद्वार से आये प्रतिनिधियो ने इस दौरान विभिन्न संस्कार कराये. हवन के बाद श्रद्धालुओं ने यज्ञ मंडप की परिक्रमा की. शांतिकुंज, हरिद्वार से आयी टोली ने शाम को श्रोताओं को संगीतमय प्रज्ञा पुराण व कथा सुनायी. प्रवचन के दौरान शांतिकुंज की केन्द्रीय टोली प्रमुख गणेश चंन्द्रवंशी ने यज्ञ के महत्व को बताते हुए कहा कि इस प्रकार के अनुष्ठान से व्यक्ति में सात्विक भावना जागृत होती है. लोग स्वार्थ से हटकर परोपकार की सोच रखते है. उन्होंने कहा कि प्रज्ञा पुराण कथा में अट्ठारह पुराणों का सार है. धार्मिक, नैतिक और आध्यात्मिक कथाओं से मानव का नैतिक उत्थान होता है. इसमें परिवार निर्माण, नारी जागरण व सशक्तिकरण और वसुधैव कुटुंबकम का पाठ पढ़ाया जाता है. शांतिकुंज की केन्द्रीय टोली प्रमुख गणेश चंन्द्रवंशी के साथ सहायक कार्तिक मंडावी, युग संगीत गायक श्रीराम मरापी,युग वादक जनक राम ठाकुर, स्वार्थी श्याम पटेल मुख्य चंदवा गायत्री शक्तिपीठ से जुली देवी, सविता साहु, सरस्वती देवी,सुनिता देवी, अनिता देवी,सारिका देवी, रंजीत कुमार,आलोक चौरसिया,यदु प्रजापति, प्रभात गुप्ता, रतनलाल अग्रवाल, अखिल विश्व गायत्री परिवार प्रज्ञामंडल बालूमाथ से संतोष कुमार सिन्हा,कृष्णाकांत गुप्ता, ईश्वर लाल,प्रेम कुमार शर्मा,महानंद कुशवाहा, रंजीत यादव, चंद्र मोहन यादव संदीप गुप्ता,देवेंद्र प्रसाद, सुनील राणा, रविंद्र ठाकुर, बलकेश यादव, जितेंद्र प्रसाद , अखिल विश्व गायत्री शाखा लातेहार दिलेश्वर यादव रुप से मौजूद थे.
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