लातेहार. सरस्वती विद्या मंदिर के पलामू विभाग के विभाग निरीक्षक अखिलेश कुमार ने शहर में संचालित सरस्वती विद्या मंदिर का शैक्षणिक निरीक्षण किया. इस निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य विद्यालय की शैक्षिक गतिविधियों और समग्र प्रदर्शन का मूल्यांकन करना था. श्री कुमार ने विद्यालय के वंदना सभागार में छात्र-छात्राओं को संबोधित किया और अपने महत्वपूर्ण विचारों को साझा किया. उन्होंने विशेष रूप से कहा कि जीवन में समय का सदुपयोग बहुत ही आवश्यक है. कई सरल और व्यावहारिक उदाहरणों का उपयोग करते हुए उन्होंने छात्र-छात्राओं को समय की महत्ता से अवगत कराया. श्री कुमार ने कहा कि शून्य कालांश केवल एक खाली समय नहीं है, बल्कि यह छात्रों के लिए आत्म-चिंतन, रचनात्मकता और अतिरिक्त सीखने का एक महत्वपूर्ण अवसर है.उन्होंने प्रभावी वंदना पर अपने विचार व्यक्त किये और कहा कि वंदना केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि यह छात्रों में एकाग्रता, अनुशासन और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है. प्राचार्य उत्तम मुखर्जी ने कहा कि एक अनुशासित और समर्पित छात्र ही अपने जीवन में उच्च लक्ष्यों को प्राप्त कर सकता है. उन्होंने कहा कि संस्कार युक्त शिक्षा केवल अकादमिक ज्ञान प्राप्त करना नहीं है, बल्कि इसमें नैतिक मूल्यों, सांस्कृतिक विरासत और अच्छे संस्कारों का समावेश भी होना चाहिए. बाद में आयोजित शैक्षणिक बैठक में निरीक्षक श्री कुमार ने कक्षा छह से दस के कक्षाचार्य के साथ बैठक की. उन्होंने उनसे शैक्षणिक पक्ष का विवरण प्राप्त किया और कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिये.
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