चंदवा. प्रखंड के सेरक पंचायत के कई गांव की स्थिति पहुंच पथ के जर्जर होने के कारण विकट बनी हुई है. ग्रामीणों के अनुसार समय रहते सड़क का निर्माण नहीं हुआ, तो बारिश के दिनों में काफी परेशानी होगी. बरसात में कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा. प्रखंड के सेरक पंचायत के कीता, अंबाटांड़, एरूद, मूर्तिया, भूतहा, निंद्रा, बालूमाथ प्रखंड के लक्षीपुर समेत अन्य गांवों तक पहुंच पथ की स्थिति दयनीय है. ग्रामीणों के अनुसार उक्त गांव से ग्रामीणों को प्रखंड मुख्यालय तक आने के लिए कीता से सेरक तक बरसात में आना होगा. कीता-सेरक पथ की स्थिति भी जर्जर हो चुकी है. इसी पथ पर बड़की नदी पर बना पुल भी ध्वस्त हो गया है. यह नदी कई गांव को एक-दूसरे से बांटती है. बालूमाथ के चितरपुर से आनेवाली सड़क निंद्रा गांव तक आयी है, पर यह सड़क भी पुरी तरह जर्जर है. इसमें भी बड़की नदी पर पुल नहीं है. बारिश के दिनों में यहां से निकलना बड़ी चुनौती होगी. स्थानीय लोगोंं का कहना है कि चुनाव के दौरान नेता व जनप्रतिनिधि विकास के बड़े-बड़े वादे कर वोट लेते हैं, लेकिन गांव की ओर झांकने भी नहीं आते. वर्तमान विधायक प्रकाश राम व जिला प्रशासन से इस दिशा में सार्थक पहल की मांग की है. मुखिया अनीता भगत ने कहा कि पूर्व में उन्होंने डीएमएफटी फंड से पंचायत में 11 सड़क निर्माण को लेकर विभाग को पत्राचार किया था. स्थल निरीक्षण भी किया गया है. जल्द ही उन्होंंने सड़क निर्माण का भरोसा दिया है.
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