Durga Puja Special | चंदवा, सुमित कुमार: लातेहार जिले के चंदवा प्रखंड के नगर ग्राम में मां उग्रतारा देवी का प्राचीन मंदिर स्थित है. यह मंदिर अपनी अनोखी परंपरा के कारण न केवल राज्यभर में बल्कि पूरे देश में विख्यात है. पूरे देश में यह एकमात्र मंदिर है, जहां 16 दिवसीय शारदीय पूजा का विधान है. यहां जिउतिया के पारण से शारदीय पूजा शुरू होती है. इस वर्ष यहां आज सोमवार से विधि-विधान से पूजा शुरू होगी. यहां शारदीय पूजा के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है.
आज होगी कलश स्थापना
मंदिर के सेवायत सह मुंत्जीमकार गोविंद बल्लभ मिश्रा ने बताया कि इस वर्ष आश्विन कृष्ण पक्ष अष्टमी के बाद आज सोमवार को मातृनवमी पर मां अष्टादशभुजी की कलश स्थापना होगी. इसके साथ ही यहां नवरात्र पूजन शुरू हो जायेगा. इसके बाद मंगलवार से शनिवार तक हर दिन मां अष्टादशभुजी का कलश पूजन, महाआरती और अन्य कार्यक्रम विधि-विधान से संपन्न होंगे.
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बकरे की बलि की परंपरा
रविवार को अमावस्या तिथि के शाम 6 बजे मां गौरा के आगमन के बाद कलश स्थापना होगी. इसके बाद यहां श्रद्धालुओं के लिए बकरे की बलि शुरू होगी, लेकिन दिन में बकरे की बलि नहीं होगी. उन्होंने बताया कि सोमवार प्रतिपदा से शनिवार पंचमी तिथि तक नित्य सभी पहर आरती, मंडप स्थित कलश पूजन व श्रद्धालुओं के लिए पूजा-अर्चना जारी रहेगी. रविवार षष्ठी तिथि को अपराह्न ढाई बजे विल्वाभिमंत्रण के लिए दामोदर गांव प्रस्थान किया जायेगा. यहां मातेश्वरी को आमंत्रण के बाद शाम में कलश पूजन होगा, सोमवार सप्तमी तिथि को महाआरती के बाद मां गौरा का विसर्जन होने के बाद देवी को लाने के लिए लोग दामोदर गांव जायेंगे. इसी दिन अपराह्न 3 बजे से देवी स्नान, श्री गणेश ब्रह्म की कलश स्थापना व देवी पूजन होगा. पूजन के बाद रात्रि में श्रद्धालुओं के लिए बकरों की बलि शुरू होगी.
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