बालूमाथ (लातेहार,झारखंड) : दुर्गा पूजा के दौरान बालूमाथ में एक ऐसी घटना हुई जिसने सांप्रदायिक सौहार्द का शानदार उदाहरण तो प्रस्तुत किया ही साथ ही यह भी बताया कि समाज को बांटने की तमाम कोशिशों के बावजूद हमारा समाज एक है. दरअसल घटना कुछ यूं है कि एक मुस्लिम महिला की मौत सोमवार को हो गयी थी. सोमवार की रात आरती के समय जनाजे की नमाज और शव यात्रा का आयोजन किया गया था. शव यात्रा को दुर्गा मंडप होते हुए कब्रिस्तान जाना था.
जब इस बात की जानकारी बालूमाथ दुर्गा पूजा समिति को हुई तो समिति के लोगों ने आरती के तुरंत बाद दुर्गा पूजा पंडाल से बज रहे भक्तिमय संगीत को बंद करा दिया. लाउडस्पीकर की आवाज उस समय तक बंद रही जब तक शव यात्रा में शामिल मुस्लिम समाज के लोग बालूमाथ जामा मस्जिद से दो किलोमीटर की यात्रा कर कब्रिस्तान तक नहीं पहुंच गये. दुर्गा पूजा समिति के इस निर्णय की मुस्लिम समाज द्वारा सर्वत्र प्रशंसा तो की ही जा रही है, यह आपसी प्रेम और भाईचारे की अद्भुत मिसाल भी है.