झुमरीतिलैया . शांतिकुंज हरिद्वार से निकली ज्योति कलश रथयात्रा सोमवार को चाराडीह पहुंची. यहां केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने रथ का स्वागत किया और आरती व पूजन किये. उनके आवास पर विराट दीप महायज्ञ का आयोजन हुआ, जिसमें हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए. परिव्राजक नकुल देव शास्त्री ने संगीतमय शैली में युग ऋषि परम पूज्य गुरुदेव जी का संदेश दिया. नकुल देव शास्त्री ने गुरु व मातृ वंदना प्रस्तुत कर गायत्री परिवार के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला. कहा कि पूज्य गुरुदेव का संकल्प है कि मनुष्य में देवत्व का उदय हो और धरती पर स्वर्ग का अवतरण हो. गायत्री परिवार का उद्देश्य मात्र पूजा-पाठ नहीं, बल्कि लोक शिक्षण, स्वस्थ शरीर, स्वच्छ मन और सभ्य समाज का निर्माण करना है. यात्रा अखिल विश्व गायत्री परिवार के संस्थापक वेदमूर्ति तपोनिष्ठ पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य एवं उनकी सहधर्मिणी परम् वंदनीया माताजी के जनशताब्दी समारोह, अखंड ज्योति प्राकट्य शताब्दी और पूज्य गुरुदेव जी की तप साधना शताब्दी की स्मृति से जुड़ी है. प्रतिदिन सैकड़ों श्रद्धालु 1926 से प्रज्वलित अखंड ज्योति का दर्शन-पूजन कर स्वयं को कृतार्थ कर रहे हैं. केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि गायत्री महामंत्र एक सार्वभौम मंत्र है. इसके जप से जीवन में सकारात्मक चिंतन और मन में अद्भुत शांति बनी रहती है. उन्होंने बताया कि वे स्वयं नियमित रूप से गायत्री मंत्र का जप करती हैं और हर व्यक्ति को जीवन की सुख-शांति और समृद्धि के लिए इसकी साधना करनी चाहिए. दीप महायज्ञ की पूर्णाहुति पर श्रद्धालुओं ने एक-एक दुर्गुण का परित्याग करते हुए युग निर्माण का सत्संकल्प दोहराया. केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि ऐसे आयोजन से समाज को नयी दिशा मिलती है. इनका निरंतर होते रहना आवश्यक है.
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