प्रतिनिधि, मरकच्चो
नवलशाही थाना क्षेत्र के नवादा पुरनाडीह में संचालित पत्थर खदान (एक नंबर) में शनिवार को चाल धंसने से खदान में कार्य कर रहे तीन लोग मलबे में दब गये, जबकि चार लोगों के घायल होने की सूचना है. दबे हुए लोगों में एक खदान संचालक का चाचा अनिल कुमार सिंह (50 वर्ष), जबकि दो अन्य में पेटी ठेकेदार डोमचांच के काली मंडा निवासी अन्नी मेहता (35 वर्ष) व फुलवरिया निवासी उपेंद्र मेहता (35 वर्ष) बताये जा रहे हैं.
उक्त खदान का लीज 9.56 एकड़ जमीन पर संजय कुमार राय के नाम से है. घटना शनिवार की दोपहर करीब 12:30 बजे की है. घटना के बाद घायलों को जहां-तहां ले जाकर इलाज कराया गया. जानकारी के अनुसार पत्थर खदान में पोकलेन से डंपरों में पत्थर लोडिंग का कार्य चल रहा था. इसी दौरान करीब सौ फीट से भी अधिक पानी भरे खदान में ऊपर से 100 फीट लंबा चाल बेंचिंग समेत पानी में धंस गया, जिससे पानी के उफान से लोडिंग के लिए खड़ा डंपर 60 फीट उछलकर दूर जा गिरा, जबकि पोकलेन को भी पानी ने कई फीट दूर धकेल दिया.
इसी दौरान वहां मौजूद उक्त तीनों लोग पानी के उफान में लापता हो गये, जबकि अन्य मजदूर इसमें घायल हो गये. घटना के बाद दो अन्य मजदूर पानी के उफान से खदान के दूसरे हिस्से के जमे पानी में जा गिरे. हालांकि, बाद में ये लोग तैर कर किसी तरह बाहर निकले. सूचना मिलते ही वहां ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा हो गयी.
बाद में बीडीओ सह सीओ मनीष कुमार, इंस्पेक्टर केके सिंह, थाना प्रभारी श्यामलाल यादव, एएसआई देवव्रत सिंह, हेमलाल यादव दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे व पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली. समाचार लिखे जाने तक मलबे में दबे लोगों को निकालने को लेकर रेस्कयू प्रारंभ नहीं किया जा सका था. बीडीओ की पहल से पानी निकालने के लिए पानी ट्रैक्टर मशीन मंगाया जा रहा है. साथ ही खदान में लगे जेनरेटर को दुरुस्त किया जा रहा है, ताकि खदान में लगे मोटर से भी पानी खाली कराया जा सके.
हालांकि, इससे पहले ग्रामीण व परिजनों की ओर से ट्यूब के सहारे लोगों को ढूंढ़ने का प्रयास किया गया, पर मलबे मे दबे लोगों का कुछ पता नहीं चल पाया. समाचार लिखे जाने तक अधिकारी मौके पर कैंप कर रहे थे.
नियमों का नहीं होता पालन, अक्सर होती है मौत
जिले में पत्थर उद्योग का अधिकतर कार्य वर्षों से नियम कानून को ताक पर रख कर हो रहा है. यही कारण है कि आये दिन इस तरह की घटनाएं होती हैं. जिस खदान में हादसा हुआ है लोग उसका लीज होने का दावा कर रहे हैं, पर इसमें नियमों का पालन कितना किया जा रहा था यह सवाल है.
जिस तरह बेंचिंग के बावजूद चाल धंसने की बात सामने आयी है, उससे कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. यही नहीं खनन विभाग, खान सुरक्षा निदेशालय के पदाधिकारियों की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं की आखिर नियमों के पालन को लेकर सख्ती पूरी तरह क्यों नहीं बरती जाती.