विवाद हुआ समाप्त
दो वादों का किया निष्पादन, पति-पत्नी साथ रहने को हुए तैयार
कोडरमा : जिला न्याय सदन में संचालित मध्यस्थता केंद्र के माध्यम से शनिवार को कुटुंब न्यायालय में लंबित पति-पत्नी के बीच भरण पोषण के दो वादों का निष्पादन किया गया. इसके साथ ही पति-पत्नी के बीच लंबे समय से चला आ रहा विवाद समाप्त हुआ. यही नहीं दोनों एक-दूसरे के साथ सफल दाम्पत्य जीवन व्यतीत करने के लिए तैयार हो गये. जानकारी के अनुसार कुटुंब न्यायालय कोडरमा में रीता देवी ने नवादा जिले के रजौली निवासी छोटेलाल पासवान के विरुद्ध भरण-पोषण को लेकर वाद संख्या 122/2018 चल रहा था. इस वाद को न्यायालय के द्वारा मध्यस्थता केंद्र में समझौता हेतु भेजा गया. मध्यस्थता केंद्र के प्रशिक्षित मध्यस्थ भुनेश्वर राणा ने अथक प्रयास करते हुए दोनों पक्षों को एक-दूसरे के साथ सुलह कर सुखद दाम्पत्य जीवन व्यतीत करने के बिंदु पर सहमत किया.
मध्यस्थता के इस वाद को सुलह करने में वादी के अधिवक्ता धीरज कुमार जोशी व विपक्षी के अधिवक्ता मिथिलेश प्रसाद ने भी सहयोग दिया और अंतत: पति-पत्नी राजी खुशी से सुलह करते हुए साथ रहने को तैयार हो गए. वहीं कुटुम्ब न्यायालय में लंबित एक दूसरे वाद भरण-पोषण वाद संख्या 141/2018 में हजारीबाग जिले के चलकुशा थाना अंतर्गत चौबे निवासी रिंकी देवी ने जयनगर निवासी मुकेश पंडित के विरुद्ध दायर किया था. इसे भी मध्यस्थता केंद्र में समझौता हेतु भेजा गया था. प्रशिक्षित मध्यस्थ सुरेश कुमार ने प्रयास करते हुए दोनों पक्षों को एक-दूसरे के साथ सुलह कर सुखद दामपत्य जीवन व्यतीत करने के बिंदु पर सहमत किया.
जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव मिथिलेश कुमार सिंह ने मध्यस्थता केंद्र के कार्य की सराहना करते हुए कहा कि सदस्य अच्छा पहल कर मामले को सुलझा रहे है.