कोडरमा : मंडल कारा कोडरमा में जेल अदालत सह विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी विशाल श्रीवास्तव ने कहा कि भारत में कानून का शासन है और भारतीय संविधान सर्वोच्च है. प्राधिकार के सचिव मिथिलेश कुमार सिंह ने कहा कि बंदियों को उनके अधिकारों के अनुरूप सुविधाएं मुहैया कराने के प्रति प्राधिकार कृत संकल्पित है.
एसडीजेएम मो उमर ने कहा कि जेल में रहने से कोई भी बंदी अपने आप से नफरत नहीं करें, केवल पश्चाताप कर आगे अपराध की पुनरावृत्ति न करें. न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी राजीव कुमार सिंह ने कहा कि आज के वर्तमान परिवेश में अधिकतर बंदी युवा है उन्हें जेल से निकलकर स्वस्थ एवं स्वच्छ समाज के निर्माण में अपनी अहम भागीदारी सुनिश्चित करें.
प्रशिक्षु न्यायिक दंडाधिकारी इला कांडपाल ने बंदियों को मानसिक रूप से स्वस्थ रहने एवं तनाव मुक्त रहने की सलाह दी. वहीं प्रशिक्षु न्यायिक दंडाधिकारी लीडिया फ्रांसिस्का केरकेटा ने प्ली बारगेनिंग के तहत दोष स्वीकार कर अपनी सजा कम कराने की अपील की. कार्यक्रम को जेल के पैनल अधिवक्ता शिवनंदन कुमार शर्मा ने भी संबोधित किया.
संचालन न्यायालय कर्मी रंजीत कुमार सिंह जबकि धन्यवाद ज्ञापन प्रभारी कारापाल सुबोध कुमार ने किया. मौके पर न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी कमलेश वेहरा, पैनल अधिवक्ता नीरा जायसवाल, राजीव रंजन कारा कर्मी एवं न्यायालय कर्मी राज कुमार राउत, संतोष कुमार, शंकर प्रसाद, विकास कुमार, अभिमन्यु कुमार, अजय कुमार, पीएलवी तंजीर आलम, विनय कुमार आदि मौजूद थे. वहीं जेल अदालत में चार वादों का निष्पादन किया गया.