कोडरमा : अवैध अंग्रेजी शराब व बालू के गोरख धंधे के आरोप में लंबे समय से जेल में बंद आजसू नेता संजय यादव जेल से छूट गया है. संजय इन दिनों दुमका जेल में बंद था. उसकी जेल से रिहाई पहले से लगे सीसीए हटने के बाद हुई है. जानकारी के अनुसार संजय यादव को हाल ही में कोडरमा जेल में प्रभारी गार्ड को धमकी देने के नये मामले के बाद जेल प्रशासन के अनुरोध पर दुमका जेल शिफ्ट किया गया था. संजय के विरुद्ध तत्कालीन डीसी संजीव कुमार बेसरा ने उस पर दर्ज विभिन्न मामलों को देखते हुए एक वर्ष तक सीसीए लगाने की अनुशंसा राज्य के गृह विभाग से की थी. संजय को झारखंड बिहार में दर्ज मामलों में जमानत मिलने के बाद जिला प्रशासन ने यह अनुशंसा की थी. सीसीए के इस प्रस्ताव का संजय ने कोर्ट में विरोध किया था.
हालांकि शुरुआत में उसके विरुद्ध तीन माह तक सीसीए लगाने की अनुमति मिली थी. तीन माह का समय बीतने के बाद कोडरमा जिला प्रशासन व गृह विभाग सीसीए लगाये रखने से संबंधित ठोस कारण रख नहीं पाया. ऐसे में पिछले सप्ताह ही उसके ऊपर लगे सीसीए को हटाने की स्वीकृति दे दी गयी थी. इसके बाद कागजी प्रक्रिया पूरी करने में समय लगा और इससे संबंधित कागजात दुमका जेल प्रबंधन को भेजा गया. बताया जाता है कि इसी के आधार पर संजय के शाम करीब 7:30 बजे दुमका जेल से छोड़ा गया. ज्ञात हो कि संजय यादव के तिलैया स्थित विभिन्न ठिकानों पर बिहार एसटीएफ ने 14 जनवरी 2017 को छापामारी की थी.
उस दौरान सैकड़ों पेटी नकली अंग्रेजी शराब जब्त हुई थी. इस मामले के बाद 26 फरवरी 2017 को संजय को कोडरमा पुलिस ने नाटकीय तरीके से गिरफ्तार किया था. उसके विरुद्ध बिहार में दर्ज मामलों को लेकर लंबी कार्रवाई चली है. संजय सहित अन्य आरोपियों के विरुद्ध बिहार की आर्थिक अपराध इकाई ने ईडी को अधिक संपत्ति बनाने की भी जानकारी दी है. इसकी जांच ईडी जल्द शुरू करनेवाली है. इधर, कोडरमा एसपी शिवानी तिवारी ने संजय पर लगे सीसीए के प्रस्ताव के हटने की पुष्टि की है.