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कोडरमा : योजना का विरोध, पुलिस पर पथराव
जयनगर : प्रखंड के तिलोकरी में ग्रामीण जलापूर्ति योजना का काम शुरू कराने गए पदाधिकारियों को लोगों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा. योजना स्थल को निजी जमीन बताने वाले लोगों ने कार्य का विरोध किया, पर कार्य नहीं रुकने पर लोगों ने पुलिस प्रशासन पर पथराव करना शुरू कर दिया. पथराव की इस […]
जयनगर : प्रखंड के तिलोकरी में ग्रामीण जलापूर्ति योजना का काम शुरू कराने गए पदाधिकारियों को लोगों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा. योजना स्थल को निजी जमीन बताने वाले लोगों ने कार्य का विरोध किया, पर कार्य नहीं रुकने पर लोगों ने पुलिस प्रशासन पर पथराव करना शुरू कर दिया. पथराव की इस घटना में एक एएसआइ समेत अन्य पुलिस कर्मी को चोट आयी है. इधर, बचाव में पुलिस को लाठियां भांजनी पड़ी.
जानकारी के अनुसार तिलोकरी में एक करोड़ 52 लाख 86 हजार की राशि से जलमीनार का निर्माण होना है. शनिवार को कार्य शुरू कराने अंचलाधिकारी एवं पुलिस प्रशासन की टीम गांव पहुंची, तो कुछ ग्रामीणों ने इसे निजी जमीन बताते हुए विरोध शुरू कर दिया. अंचलाधिकारी बालेश्वर राम, थाना प्रभारी रवि किशोर प्रसाद, महिला थाना प्रभारी दीपांजलि तिर्की सहित पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में महिला व पुरुषों का विरोध जारी रहा. निर्माण कार्य जेसीबी द्वारा शुरू रखने पर लोगों ने पुलिस प्रशासन पर पत्थराव शुरू कर दिया. पत्थरबाजी से एएसआइ सुधीर कुमार सिंह, रामानंद पाठक के अलावा महिला थाना कोडरमा के चालक उपेंद्र साव के सिर व हाथ में हल्की चोट आयी है. बाद में अंचलाधिकारी बालेश्वर राम के निर्देश पर पुलिस पदाधिकारियों व जवानों ने अपने बचाव में लाठीचार्ज किया और विरोध करने वाली महिलाओं को खदेड़ कर भगाया.
इसके बाद निर्माण कार्य शुरू हुआ. बावजूद इसके विरोध करने वाली महिलाओं ने अपने-अपने घरों की छत से पुलिस पर पत्थरबाजी की. पुलिस प्रशासन की छावनी में जलमीनार का निर्माण कार्य शुरू है. जमीन पर दावा किये जाने वाले लोगों का कहना है कि खाता नंबर 81 प्लॉट नंबर 1788 के 92 डिसमिल जमीन उनके परदादा हरी पांडेय के नाम से खतियान में दर्ज है जो कई वर्षों से जोत आवाद कर कब्जे में किया गया है. वहीं अंचलाधिकारी बालेश्वर राम ने बताया कि हरि पांडेय के वंशज लोगों द्वारा कुछ माह पूर्व उक्त भूमि निजी होने का दावा करते हुए अंचल अधिकारी कार्यालय में अपना कागजात जमा किया था, परंतु जांच उपरांत एक भी कागजात सत्य नहीं पाया गया. ऐसे में लोगों द्वारा किये गये दावे को खारिज कर दिया गया. मौके पर पेयजल स्वच्छता विभाग के कनीय अभियंता चंद्रिका राम, एएसआई सत्येंद्र सिंह, रिशु कुमार, तुलसी यादव, आजाद आलम, अजय चौहान, सरस्वती देवी सहित कई पुलिस जवान मौजूद थे.
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