खूंटी. छोटानागपुर मुंडा संस्कृति कला मंच खूंटी द्वारा कुंदी-बरटोली ग्राम सभा के सहयोग से आयोजित दो दिवसीय सांस्कृतिक कार्यशाला का रविवार को समापन हुआ. कार्यशाला में मुंडा आदिवासी समाज की पारंपरिक कला, संगीत और संस्कृति का संरक्षण, संवर्धन और नयी पीढ़ी तक उसका प्रसार करने की जानकारी दी गयी. जिसमें मुख्य रूप से कला और संस्कृति प्रस्तुत करने की तकनीक, सांस्कृतिक कला दलों के संवैधानिक और कानूनी अधिकार, सरकारी और गैर-सरकारी सांस्कृतिक कार्यक्रमों हेतु अनुबंध, पारंपरिक धुनों का पुनर्जीवन और नयी धुनों की रचना, आदिवासी संस्कृति का इतिहास और पुरानी राग-रागिनियों पर चर्चा, लीडरशिप और सांस्कृतिक दलों का नेतृत्व कौशल, रिवीजन-एक्टिविटी और नये गीतों का अभ्यास, नयी सांस्कृतिक गीतों की रचना और समूह प्रस्तुति की जानकारी दी गयी. समापन समारोह में कलाकारों ने आदिवासी इतिहास, राग-रागिनियां, कानूनी अधिकार, लीडरशिप और नए गीतों की रचना पर चर्चा की. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित जिला परिषद अध्यक्ष मसीह गुड़िया ने कार्यक्रम की सराहना की. कहा कि ऐसे आयोजन आगे भी किये जायें. मौके पर निपेन देमता, सुखराम पहान, महादेव मुंडा, प्रकाष नाग मुंडा, दुर्गेंष मुंडा, सुमित गुड़िया, रोशन मुंडा, पॉलिना टोपनो, सुमित गुड़िया, सुनील गुड़िया, दुर्गेश पूर्ती, हातू मुंडा, महादेव मुंडा, सुरेंद्र मुंडा, मनमोहन मुंडा, बैजनाथ पहान मुंडा, रतन सिंह मुंडा सहित अन्य उपस्थित थे.
छोटानागपुर मुंडा संस्कृति कला मंच दो दिवसीय सांस्कृतिक कार्यशाला का समापनB
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