खलारी : द खलारी सीमेंट वर्कर्स यूनियन के महासचिव यूके झा ने खलारी सीमेंट फैक्टरी प्रबंधन को फरवरी माह का वेतन तथा वर्ष 2017-18 का बकाया बोनस भुगतान करने की मांग करते हुए एक पत्र दिया. पत्र के माध्यम से यूनियन ने कहा कि प्रबंधन की दोहरी नीति के कारण कारखाने के कामगार घोर उपेक्षा व निराशा का शिकार हो गये हैं. साथ ही औद्योगिक अशांति का वातावरण तैयार हो गया है.
यूनियन के कार्यकारी अध्यक्ष रंजन सिंह बिट्टु, यूनियन को-ऑर्डिनेटर अशोक सेनगुप्ता बादल सहित यूनियन के अन्य पदधारियों द्वारा प्रबंधन को अनेकों बार कहने के बावजूद समस्या का निदान नहीं हो रहा है. यूनियन ने कहा कि वर्ष 2017-18 का बोनस जो बोनस ऐक्ट 1950 के अनुसार 30 नवंबर तक भुगतान कर देना था जिसे कंपनी ने अभी तक नहीं किया है.
यूनियन ने बोनस का भुगतान 18 मार्च तक करने को कहा है. वहीं फरवरी माह का वेतन भुगतान अधिनियम के तहत सात तारीख तक कर देना था जो अब तक नहीं किया गया है. वेतन का भुगतान होली से पहले निश्चित रूप से करने की मांग की गयी है.
साथ ही इपीएफ का पैसा जो कामगारों से काटा गया है, जो विगत दो साल से नहीं जमा किया जा रहा है, का भी भुगतान करने की मांग की है. पत्र के अंत में यूनियन ने प्रबंधन को चेतावनी देते हुए कहा कि बोनस व वेतन का 18 मार्च तक नहीं किया गया तो यूनियन 19 मार्च से कारखाने में कोयला ढुलाई सहित सभी कामों को बंद करा देगी, जिसका जिम्मेवार प्रबंधन होगा.