मिहिजाम. मिहिजाम थाना क्षेत्र के बड़जोड़ा पंचायत के कई गांव से एक व्यक्ति द्वारा निजी माइ्क्रो फाइनेंस कंपनी का सहारा लेकर करीब 35 ग्रामीण महिलाओं के साथ ठगी कर उनके नाम पर ऋण लेकर फरार हो जाने का मामला सामने आया है. सभी महिलाएं बड़जोड़ा पंचायत के कोलपाड़ा, अर्जुनडीह, लोकडीह और आसपास के अन्य गांवों की निवासी हैं. उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी आर्थिक मदद के लिए आसानी से ऋण दिलवाया जायेगा, लेकिन कथित तौर पर ऋण की रकम को लेकर आरोपी मददगार लेकर गायब हो गया. यह मामला प्रकाश में तब आया जब इन महिलाओं को संबंधित माइक्रो फाइनेंस कंपनी से ऋण अदायगी के लिए नोटिस मिलना शुरू हो गया. मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रभावित महिलाओं ने रविवार को लोकडीह गांव में बैठक की. बैठक में चंद्रडीपा के मुखिया देवीसन हांसदा मौजूद रहे. महिलाओं ने बैठक में बताया कि वह व्यक्ति उन्हें भरोसा दिलाकर आवश्यक दस्तावेजों के सत्यापन के नाम पर स्थानीय बैंक के ग्राहक सेवा केंद्र पर फिंगर प्रिंट कराया. इसके बाद सभी महिलाओं के बैंक खाते से किस्तों में कुल 60 लाख रुपये की पूरी राशि अपने खाते में हस्तांतरण करा कर गुम हो गया. जब माइक्रो फाइनेंस कंपनी द्वारा संबंधित महिलाओं को नोटिस भेजा गया, तभी उन्हें समझ आया कि वे बड़े पैमाने पर ठगी का शिकार हो गई हैं. कुछ महिलाओं को आसनसोल लोक अदालत से ऋण अदायगी न किये जाने पर नोटिस भी प्राप्त हुए हैं. दिलचस्प है कि ठगी करने वाला व्यक्ति ने इन्हें कागजात लेते समय परिवार के सदस्यों को जानकारी नहीं देने की हिदायत भी दे रखी थी. पूरे मामले में स्थानीय बैंकों के ग्राहक सेवा केंद्र भी संदेह के घेरे में आ गये हैं.
क्या कहते हैं मुखिया :
मुखिया देवीसन हांसदा ने कहा कि यह एक संगठित अपराध है. समाज की महिलाओं की भावनाओं व विश्वास का दुरुपयोग कर ठग ने आर्थिक संकट के साथ महिलाओं के साथ विश्वासघात किया है. इस मामले में मिहिजाम थाना में महिलाओं द्वारा केस दर्ज कराया जायेगा.
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