जामताड़ा. पूर्व सांसद फुरकान अंसारी ने झारखंड की मौजूदा सियासी हलचल पर जोरदार प्रहार किया है. कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन न सिर्फ झारखंड, बल्कि पूरे भारत के सबसे मजबूत और बड़े आदिवासी नेता हैं. वे दिवंगत दिशोम गुरु शिबू सोरेन के वह वारिस हैं, जिन्होंने संघर्ष और स्वाभिमान की राजनीति का नया इतिहास लिखा. कहा, आदिवासी समाज अपना हक लड़कर लेता है, भीख की जरूरत नहीं होती. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विपरीत परिस्थितियों में भी ऐतिहासिक वापसी कर दिखाया है और एक बार फिर झारखंड को स्थिर, संवेदनशील और जवाबदेह सरकार दी है. यही बात भाजपा को सबसे ज्यादा चुभती है, इसलिए वह लगातार अफवाह, भ्रम और सियासी शगूफे छोड़ती रहती है. कहा कि झारखंड अलग राज्य बनने की लड़ाई में गुरुजी शिबू सोरेन और उन्होंने कंधे से कंधा मिलाकर संघर्ष किया. हमारी सोच सिर्फ एक ही थी झारखंड मजबूत बने, झारखंड का हक झारखंड को मिले. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन उसी सपने को पूरा कर रहे हैं. बीच में बाधाएं आती है, मगर वे बिना डर और बिना विचलन के राज्य के विकास में लगे हैं. केंद्र सरकार ने झारखंड का वैध बकाया जानबूझकर रोक रखा है. यह आर्थिक अन्याय है. भाजपा सरकार प्रेशर पॉलिटिक्स का गंदा खेल खेल रही है, ताकि झारखंड की सरकार को बदनाम किया जा सके.
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