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कोयला ढुलाई ठप
डंपर मालिकों ने लगाया रकम नहीं देने का आरोप चार लाख का हुआ नुकसान चितरा/जामताड़ा : बुधवार को डंपर मालिकों ने हड़ताल कर चितरा कोलियरी से जामताड़ा रेलवे साइडिंग तक होने वाले कोयला ढुलाई ठप कर दिया. ढुलाई ठप रहने से चितरा कोलियरी, ट्रांसपोर्टर व डंपर मालिकों को कुल चार लाख का नुकसान हुआ. डंपर […]
डंपर मालिकों ने लगाया रकम नहीं देने का आरोप
चार लाख का हुआ नुकसान
चितरा/जामताड़ा : बुधवार को डंपर मालिकों ने हड़ताल कर चितरा कोलियरी से जामताड़ा रेलवे साइडिंग तक होने वाले कोयला ढुलाई ठप कर दिया. ढुलाई ठप रहने से चितरा कोलियरी, ट्रांसपोर्टर व डंपर मालिकों को कुल चार लाख का नुकसान हुआ.
डंपर एसोसिएशन का आरोप है अक्तूबर में शॉर्टेज के नाम पर चितरा कोलियरी प्रबंधन द्वारा चितरा व जामताड़ा कांटा के वजन में अंतर हो जाने के कारण डंपर मालिकों के काटे गये पैसे वापस नहीं लौटाये गये. जबकि 29 नवंबर को डंपर एसोसिएशन, कोलियरी प्रबंधन व ट्रांसपोर्टर एसोसिएन के सदस्यों के साथ बैठक में कोलियरी प्रबंधन के कांटा में गड़बड़ी की बात स्वीकारी थी व आठ नवंबर तक कटे हुए रकम वापस देने पर सहमति बनी थी. इसके बाद भी उन्हें राशि नहीं लौटाया गया. इसी को लेकर जय मां तारा डंपर एसोसिएशन जामताड़ा ने बुधवार को कोयला ढुलाई बंद कर दिया. चितरा कोलियरी प्रबंधन, ट्रांसपोर्टर व डंपर एसोसिएशन के बीच वार्ता के बाद गुरुवार से कोयला ढुलाई चालू हो जायेगा.
कहते हैं डंपर एसोसिएशन के सदस्य
डंपर एसोसिएशन के अध्यक्ष चिंतामणि मंडल ने बताया कि सहमति के बाद भी कांटा में गड़बड़ी के बाद कटे गये रकम नहीं दी गयी. इसी के विरोध में कोयला ढुलाई ठप किया गया है.
जय मां तारा डंफर एसोसिएशन के सचिव मदन स्वर्णकार ने कहा कि बुधवार को कोलियरी प्रबंधन, ट्रांसपोर्टर व डंपर एसोसिएशन के बीच वार्ता हुई. जिसमें गुरुवार को कोयला ढुलाई चालू करने पर सहमति बन गई. उन्होंने बताया कि बकाया पैसा 13 दिसंबर को देने की बात हुई है.
कहते हैं खनन महाप्रबंधक
खनन महाप्रबंधक बी के सिंह ने कहा कि बिना नोटिस किये अचानक कोयला ढुलाई बंद कर दिया गया है. जब कि सुबह 33 डंपरों द्वारा कोयला ढुलाई किया गया था. डंफर मालिकों को काम चालू रखते हुए बातचीत करना चाहिए. कृषि मंत्री की मध्यस्थता मेें आगामी 13 दिसंबर को कोलियरी प्रबंधन, ट्रांसपोर्टर व डंफर एसोसिएशन के बीच बैठक रखी गई है. जिसमें सभी समस्याओं पर विचार विमर्श कर निदान निकाला जायेगा. बकाये पैसे देने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि प्रक्रिया के अधीन है. जल्द भुगतान कर दिया जायेगा. साथ ही नुकसान के बारे में पूछे जाने पर उन्होने कहा कि कोलियरी में कोयला रखा हुआ है. कोलियरी को नुकसान नहीं हुआ है.
कहते हैं ट्रांसपोर्टर
ट्रांसपोर्टर प्रतिनिधि दिनेश महतो ने कहा कि बगैर सूचना दिये डंपर मालिक अपने मनमाने ढंग से कोयला ढुलाई ठप कर दिया है. पैसा देने की बात हो गई है. लेकिन हिसाब किताब में समय लगता है. प्रत्येक माह 15 से 16 तारिख के बीच पैसा डंपर मालिकों को दिया जाता है.
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