Jamshedpur News :
शनिवार को झारखंड बांग्ला भाषी उन्नयन समिति के प्रतिनिधिमंडल ने पूर्वी सिंहभूम जिले के घोड़ाबंधा स्थित शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के आवासीय कार्यालय में भेंट की. प्रतिनिधिमंडल ने मंत्री को एक लिखित ज्ञापन सौंपा, जिसमें मांग की गयी कि राज्य सरकार की पूर्व घोषणा के अनुरूप सरकारी विद्यालयों में कक्षा एक से दसवीं तक बांग्ला भाषा में सभी विषयों की पाठ्यपुस्तकें उपलब्ध करायी जाएं तथा पर्याप्त संख्या में बांग्ला शिक्षकों की नियुक्ति सुनिश्चित की जाये. प्रतिनिधिमंडल की बातें सुनने के बाद शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने आश्वस्त करते हुए कहा, “आप छात्र दें, किताब और शिक्षक हम देंगे. पढ़ाई भी शीघ्र प्रारंभ करवा दी जायेगी. ” प्रतिनिधिमंडल ने मंत्री को अवगत कराया कि झारखंड के गठन के बाद तत्कालीन सरकार ने बांग्ला पुस्तकों की छपाई बंद कर दी थी, जिसके कारण विद्यार्थियों को बाध्य होकर हिंदी माध्यम अपनाना पड़ा. पिछले 25 वर्षों में न तो किताबें थीं, न शिक्षक और न बांग्ला में शिक्षा की व्यवस्था. उन्होंने आग्रह किया कि यदि सरकार बांग्ला माध्यम में पुस्तकों और शिक्षकों की व्यवस्था पुनः करें, तो दो वर्षों के भीतर विद्यालयों में बांग्ला विद्यार्थियों की संख्या में वृद्धि अवश्य होगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

