Tribute to Ramdas Soren: झारखंड के दिवंगत शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के घोड़ाबांधा स्थित आवास पर संताली रीति-रिवाज से श्राद्धकर्म की तैयारी चल रही है. उनके परिवार के सदस्य, पार्टी नेता और कार्यकर्ता शोक संतप्त परिवार से मिलने पहुंचे और दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि अर्पित की. दाह संस्कार स्थल पर उनके पुत्र सोमेश सोरेन ने पारंपरिक विधि से भोजन और पानी अर्पित किया, जबकि पार्टी के विभिन्न नेताओं ने उनकी तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. रामदास सोरेन के योगदान और उनके नेतृत्व को याद करते हुए नेताओं ने उन्हें कोल्हान के सबसे प्रभावशाली और समर्पित नेता के रूप में श्रद्धांजलि दी.
चिता स्थल पर पिता को अर्पित किया दातुन, पानी और भोजन
सोमवार की सुबह, धुआं कॉलोनी स्थित दाह संस्कार स्थल पर सोमेश सोरेन ने अपने परिवार के साथ पहुंचकर चिता स्थल के पास दातुन, पानी और भोजन पिता को अर्पित किया. यह संस्कार का दूसरा दिन था.
विधायक और पूर्व मंत्री पहुंचे जमशेदपुर, श्रद्धांजलि दी
जामा विधानसभा की विधायक लुईस मरांडी, पूर्व कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, खरसावां विधायक दशरथ गागराई, मझगांव विधायक निरल पुरती, घाटशिला के पूर्व विधायक लक्ष्मण टुडू समेत कई प्रमुख नेता घोड़ाबांधा पहुंचे. सभी नेताओं ने रामदास सोरेन की धर्मपत्नी सूरजमणि सोरेन, पुत्र सोमेश सोरेन और परिवार के अन्य सदस्यों से मिलकर उन्हें सांत्वना दी और दिवंगत नेता की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी.
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कोल्हान के सबसे प्रभावशाली नेता थे रामदास : लुईस मरांडी
लुईस मरांडी ने कहा कि रामदास सोरेन कोल्हान के सबसे प्रभावशाली नेताओं में से एक थे. उनके नेतृत्व में कोल्हान में संगठन मजबूत हुआ. उनके जैसे समर्पित नेता का असमय निधन पार्टी के लिए एक बड़ी क्षति है.
झामुमो में पथप्रदर्शक थे रामदास सोरेन : बादल पत्रलेख
पूर्व मंत्री बादल पत्रलेख ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि रामदास सोरेन, दिशोम गुरु शिबू सोरेन के बेहद करीबी और चहेते नेताओं में से थे. गुरुजी की तरह ही वे भी पार्टी में सक्रिय और जुझारू थे. वे झामुमो में पथप्रदर्शक और अभिभावक की भूमिका में थे. उनका हाथ सिर से उठने के बाद पार्टी के लिए यह बड़ी चुनौती होगी. उनकी कमी कभी पूरी नहीं की जा सकती.
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