Jamshedpur news.
विधायक सरयू राय ने एमजीएम अस्पताल के एक हिस्से का छज्जा गिर जाने और चार मरीजों के घायल होने पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह घटना स्वास्थ्य विभाग की उपेक्षा की पोल खोलने वाली है. यह अस्पताल पूर्व स्वास्थ्य मंत्री के आवास के समीप है. जब वे मंत्री थे, तो लगातार दौरा होता रहता था. बीच में यहां के उपायुक्त ने एक एडीएम को अस्पताल में सुधार का जिम्मा दिया था. श्री राय ने कहा कि प्रशासन एमजीएम की व्यवस्था को सुधार नहीं पा रहा है. भवन की स्थिति जर्जर है. वह 8-9 साल से जर्जर भवन निर्माण के बारे में कहते आ रहे हैं. कई बार भवन निर्माण विभाग को भी तलब भी किया गया. श्री राय ने कहा कि भवन के रख-रखाव की जिम्मेदारी तो भवन निर्माण विभाग की ही है. भवन निर्माण विभाग भवन की स्थिति की कैसे समीक्षा करता है और अस्पताल प्रबंधन को बताता है कि नहीं बताता है, इसकी जांच होनी चाहिए.विधायक सरयू राय ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि यह आरोप-प्रत्यारोप का वक्त नहीं है, लेकिन एमजीएम का जो नया भवन बन रहा है, वह नया भवन भी इस तरीके से बन रहा है कि अस्पताल भवन तैयार हो गया और पानी की व्यवस्था ही नहीं है. अस्पताल वहां शिफ्ट नहीं हो सकता. यह बदइंतजामी का शिकार होकर रह गया है. इसके लिए राज्य सरकार और जिला प्रशासन दोषी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है