पैसा नहीं देने पर दबंग करते हैं बदसलूकी, देते हैं धमकी
साकची आम बागान मैदान में चल रहे डिजनीलैंड मेला का हाल
Jamshedpur (Ashok Jha) :
साकची आम बागान मैदान में ठेला, रेहड़ी लगाकर कारोबार करने वाले छोटे दुकानदारों से दुकान लगाने के एवज में अवैध वसूली का खेल चल रहा है. डिजनीलैंड मेला के बाहर मैदान में जो दुकानें लगी हैं, उनसे प्रतिदिन 500 रुपये की वसूली की जा रही है. कई दुकानदारों से एकमुश्त पांच हजार रुपये भी वसूले गये हैं. दो माह तक चलने वाले मेला के दौरान दुकान लगाने के एवज में 30 हजार रुपये की मांग की जा रही है. जब दुकानदार यह राशि देने में असमर्थता जताते हैं, तो उनके साथ दुर्व्यवहार और जबरदस्ती की जा रही है. जिससे दुकानदारों में डर बना हुआ है. डर से दुकानदार सामने आना नहीं चाहते हैं. अवैध वसूली के इस खेल में साकची के कुछ दबंग और पुलिस के प्राइवेट जीप चालक के नजदीकी के शामिल होने की बात सामने आ रही है. जिनके संरक्षण में यह सारा खेल चल रहा है. इसके अलावे मेला परिसर के आसपास फास्ट फूड और अन्य दुकानदारों से जमशेदपुर अक्षेस गार्बेज शुल्क के रूप में 80 रुपये वसूल रही है. पहली बार जमशेदपुर अक्षेस ने गार्बेज शुल्क के रूप में 80 रुपये तय किया है. हालांकि जेएनएसी की ओर से दुकानदारों को पर्ची दी जा रही है. ऐसे में मेला में दुकान लगानेवालों को एक दिन का 580 रुपये देना पड़ रहा है. जबकि मेला कई ऐसे छोटे-छोटे दुकानदार हैं, जिनके पास बमुश्किल से 5 हजार रुपये का भी सामान नहीं है. वसूली करने वालों के खिलाफ न तो मेला कमेटी कोई कार्रवाई कर रही है और न ही जमशेदपुर अक्षेस के अधिकारी मैदान में होने वाले इस गोरखधंधे को रोक पा रहे हैं. रविवार की शाम प्रभात खबर की टीम ने साकची आम बागान मैदान जाकर ठेला और रेहड़ी लगाने वाले दुकानदारों से बातचीत कर पूरे मामले की पड़ताल की.खिलौना बेच रहे दिव्यांग से भी वसूली
मेला में जमीन पर खिलौना बेचने वाले एक दिव्यांग से भी दुकान लगाने के नाम पर वसूली की जा रही है. पैसा देने से मना करने पर दबंग दुकान नहीं लगाने की धमकी दिव्यांग को दे रहे हैं. प्रभात खबर के पास इसका वीडियो भी मौजूद है. जिसे दुकानदारों ने उपलब्ध कराया है.नहीं देते हैं कोई पर्ची, 30 हजार तक की वसूली
मेला में ठेला वालों से 500 रुपये प्रतिदिन या एकमुश्त एक महीने का 15 हजार और दो महीने का 30 हजार रुपये लिया जा रहा है. इसकी कोई पर्ची दुकानदारों को नहीं दी जा रही है. नाम नहीं छापने की शर्त पर दुकानदारों ने बताया कि प्रतिदिन 500 रुपये के हिसाब से जमीन का किराया मांगा जा रहा है.कई दुकानदारों ने कहा- नहीं होती है वसूली
मेला में कई ऐसे दुकानदार भी मिले, जिनका कहना है कि उनसे जमीन या साफ-सफाई के नाम पर कोई शुल्क नहीं लिया जा रहा है. कुछ दुकानदारों ने बताया कि शाम में मेला शुरू होते ही वसूली का खेल शुरू हो जाता है. मेला समाप्त होने तक पैसा देना पड़ता है. अन्यथा दूसरे दिन दुकान नहीं लगाने की धमकी दी जाती है. दुकानदारों का कहना है कि अगर मेले में आने वाले दुकानदारों के साथ इस प्रकार की वसूली होगी तो दुकानदार यहां आना बंद कर देंगे.क्या कहते हैं मेला संचालक
मेला संचालक शेखर पर्वत ने 500 रुपये वसूली के सवाल पर कहा कि वह या उनके किसी सदस्य की ओर से पैसे की वसूली नहीं की जा रही है. ना ही उन्हें इसकी कोई जानकारी है. दो दशकों से साकची आम बागान मैदान में मेला का आयोजन करा रहे हैं.वर्जन…
मेला में जगह के एवज में 500 रुपये वसूलने की शिकायत किसी ने नहीं की है. शिकायत मिलने पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. दुकानदारों से शिकायत मिली तो वरीय अधिकारियों के संज्ञान में मामले को देकर कार्रवाई की जायेगी.अशोक वर्धन, लेखा पदाधिकारी, जेएनएसीB
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