जमशेदपुर, संजीव भारद्वाज-कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमजीएम में शनिवार को उस समय अफरा-तफरी मच गयी, जब अचानक अस्पताल के बी ब्लॉक मेडिसिन विभाग के तीसरे तल्ले के बरामदे की छत टूट कर गिर गयी. इसमें पांच लोग दब गये, जिसमें दो लोगों की मौत हो गयी, जबकि एक महिला समेत दो लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया. एक व्यक्ति की तलाश जारी है. बताया जाता है कि अस्पताल के मेडिसिन वार्ड के तीसरे तल्ले के बरामदे की जर्जर छत टूट कर दूसरे तल्ले की छत पर गिरी, जिसके बाद मलबा पहले तल्ले में चल रहे गायनिक वार्ड के बरामदे में आ गयी. घटना के दौरान मेडिसिन विभाग के तीसरे तल्ले के बरामदे में सो रहे पांच मरीज दब गये. सूचना पाकर धालभूम एसडीओ घटनास्थल पर पहुंची और राहत कार्य शुरू किया गया. आपदा प्रबंधन व फायर बिग्रेड की ओर से बचाव कार्य जारी है. घटना दोपहर करीब 3.30 बजे की बतायी जा रही है.
दो के शव बरामद, एक की तलाश जारी
जानकारी मिलने पर अस्पताल के कर्मचारी ने पहुंचकर घायल एक व्यक्ति और मलबे में दबी एक बुजुर्ग महिला को निकालकर इलाज के लिए इमरजेंसी में लेकर गये. यहां इलाज के बाद इन्हें सर्जरी की आइसीयू में शिफ्ट कर दिया गया है. दो लोगों के शव बरामद हुए हैं, जबकि एक व्यक्ति की तलाश जारी है. अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ नकुल चौधरी ने बताया कि अभी दो मरीजों को इमरजेंसी में ले जाया गया है, उनमें एक पुरुष व एक महिला है. दोनों का इलाज चल रहा है. उन्होंने स्वीकार किया कि अस्पताल का भवन जर्जर है. लेकिन इसकी जिम्मेदारी भवन निर्माण विभाग की है. घटना स्थल पर एसडीओ सहित एमजीएम अधीक्षक डॉ. आरके मंधान, डीसी, सिविल सर्जन, उपाधीक्षक डॉ. नकुल चौधरी, प्राचार्य डॉ डी हांसदा सहित सभी वरीय कर्मचारी मौजूद है.
जमशेदपुर पूर्वी और पश्चिमी के विधायक पहुंचे
घटना की जानकारी मिलने के बाद जमशेदपुर पश्चिमी के विधायक सरयू राय और पूर्वी की विधायक पूर्णिमा साहू भी घटनास्थल पर पहुंचे. उन्होंने कहा कि अस्पताल भवन की जर्जर हालत लंबे समय से बनी हुई है. सरयू राय ने कहा कि पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता यहां के विधायक भी रहे. मौजूदा स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने भी अस्पताल का निरीक्षण किया. उन लोगों ने अस्पताल की हालत पर गंभीरता नहीं दिखायी.
क्या कहते हैं प्रत्यक्षदर्शी?
कीताडीह निवासी सुनील कुमार बताया कि मेडिसिन विभाग के दूसरे तल्ले के बरामदे में मेरा बेड था. पहले कुछ आवाज हुई, तो हम लोगों को कुछ समझ में नहीं आया. उसी समय एकाएक छत गिर गया, जिससे भागने के दौरान हम जख्मी हो गये. मेरे सिर में चोट लगी है. उसके बाद अस्पताल की इमरजेंसी में इलाज कराया.
अचानक छत टूट कर गिरी-सुनीता सुंडी
अस्पताल की कर्मचारी सुनीता सुंडी ने बताया कि हम लोग गायनिक विभाग के बरामदे में, जहां छत टूट कर गिरा है, वहां दवा लेने गये थे. अचानक छत टूट कर गिरी, तो हम भागे. बच गये नहीं तो हम भी जख्मी हो जाते. उस समय गायनिक वार्ड में लगभग आठ महिलाएं भर्ती थी, उन सभी को दूसरे रूम में शिफ्ट किया गया.
मरीज की मां सहित पांच दब गए-राजेश कुमार
मेडिसिन विभाग के दूसरे तल्ले में इलाज करा रहे राजेश कुमार ने बताया कि हम उसी जगह पर 114 नंबर बेड पर इलाज करा रहे थे. अचानक छत गिरने से वार्ड से बाहर निकल कर देखा, तो छत गिरी हुई थी. कई लोग दब गये. उसके बाद हम भाग गये. उसने बताया कि यहां कुल आठ लोग थे. जिसमें सात मरीज व एक मरीज की मां रहती थी. मरीज की मां सहित पांच लोग दब गये. जिसमें उसकी मां को निकाला गया.
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