सूर्य सिंह बेसरा की अगुवाई में बनी संगठन को समाज के लोगों ने किया अस्वीकार
Jamshedpur News :
मुसाबनी डाक बंगला में रविवार को माहली समाज की सामाजिक एकता, पहचान, संस्कृति और संगठनात्मक ढांचे को सुदृढ़ व सुव्यवस्थित करने के लिए माहली समाज दिसुआ आचार-विचार का आयोजन तोरोप परगना सोबरा हेंब्रम की अध्यक्षता में किया गया. मौके पर वक्ताओं ने कहा कि समाज को अपनी पारंपरिक संस्कृति, भाषा, गीत-संगीत, वेशभूषा और धार्मिक परंपराओं को सुरक्षित रखने के लिए सामूहिक रूप से आगे आना होगा. “महली भवन” और “जाहेरथान” जैसे सांस्कृतिक एवं धार्मिक स्थलों के विकास की दिशा में भी विचार रखा गया. साथ ही युवाओं को संस्कृति और परंपरा से जोड़ने और समाज के गौरवशाली इतिहास को दस्तावेजीकरण करने की आवश्यकता पर चिंतन किया गया. इस दौरान पारंपरिक स्वशासन व्यवस्था-आदिम माहली महाल को सशक्त बनाने का संकल्प लिया गया. इस दौरान पूर्व विधायक सूर्य सिंह बेसरा की अगुवाई में बनी माहली समाज की संगठन को अस्वीकार किया गया. माहली समाज दिसुआ आचार-विचार कार्यक्रम में समाज की शिक्षित करने व नशा सेवन से दूर रखने के लिए अभियान चलाने का भी संकल्प लिया गया.इस बैठक में ओडिशा और झारखंड के विभिन्न क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग उपस्थित हुए. इसमें श्यामलाल माहली, गोराचांद माहली, सिंगराय माहली, शेखर चंद्र माहली, अंजली बेसरा, कोंदाराम माहली, शिवनाथ माहली, बुद्धेश्वर मार्डी, कार्तिक टुडू, बासुदेव मार्डी, मंगल माहली, नंदलाल माहली, सीताराम बेसरा, सहदेव सोरेन, शंकर सेन माहली, गौरांग बेसरा समेत काफी संख्या में माहली समाज के लोग मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

