जमशेदपुर : मानगो आजादनगर रोड नंबर 12 क्रॉस रोड 2 ए जहूर बागान निवासी मौलाना कलीमुद्दीन जमशेदपुर और रांची के दो दर्जन से अधिक युवकों को जेहादी बनाकर पाकिस्तान भेज चुका है. मो सामी भी इसमें शामिल था. इससे पहले वह मदरसा में युवकों को मानसिक रूप से जेहाद के लिए तैयार करता था. कलीमुद्दीन ने एटीएस को पूछताछ में बताया कि उसके मदरसा में जीशान, अर्सियान, मो कटकी समेत कई संगठन के लोगों का अक्सर आना-जाना था. संगठन को फंडिंग गुजरात, बेंगलुरु, हैदराबाद समेत देश के अलग-अलग हिस्सों से होती थी.
बिष्टुपुर थाना में केस होने के बाद पुलिस ने उसे पकड़कर छोड़ दिया था. कोर्ट से वारंट निकलने के बाद वह फरार हो गया. इस दौरान वह दक्षिण अफ्रिका, बांग्लादेश, टर्की, सउदी अरब के अलावा गुजरात व बेंगलुरु, रड़गांव में भी रहा. चतरा का अबू सूफियान चार साल पूर्व ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान गया था. उसके नहीं लौटने पर रांची चाह्नो के मो मऊद्दीन को झारखंड में संगठन को मजबूत करने की जिम्मेदारी दी गयी थी. धातकीडीह का मो मसूद और आजादनगर का नसीम अख्तर उर्फ राजू भी उनके के संपर्क में था.
मौलाना कलीमुद्दीन ने बताया कि उसका बेटा मो उजैफा फिलहाल कोलकाता में रह रहा है. ओड़िशा में मो कटकी के मदरसा में भी वह पढ़ाई कर चुका है. आपको बता दें कि आतंकी कलीमुद्दीन मुजाहिरी से सात दिनों तक राज्यों और केंद्र की विभिन्न जांच एजेंसियां पूछताछ करेंगी. सोमवार को जमशेदपुर कोर्ट से मुजाहिरी से पूछताछ के लिए एटीएस को सात दिनों की रिमांड मिला है. आतंकी को शनिवार को गिरफ्तार किया गया है.
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सुफियान के जाने के बाद चाह्नो के मऊद्दीन को मिला संगठन विस्तार का जिम्मा
फरारी में देश के विभिन्न शहरों के अलावा कई देशों में घूमता रहा
गुजरात, बेंगलुरु और हैदराबाद से संगठन की होती थी फंडिंग
धातकीडीह का मो मसूद और आजादनगर का नसीम संपर्क में थे