जमशेदपुर : पहचान छुपा कर मानगो चेपापुल के पास राजमहल अपार्टमेंट में किरायेमें रहने वाले बांग्लादेश के नागरिक शाहिन महमूद को मानगो पुलिस ने कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है. पूछताछ में शाहिन महमूद ने बताया कि वह अौर राबिया बसरी बांग्लादेश में आसपास रहते थे. दोनों के बीच प्रेम हुआ. दोनों के […]
जमशेदपुर : पहचान छुपा कर मानगो चेपापुल के पास राजमहल अपार्टमेंट में किरायेमें रहने वाले बांग्लादेश के नागरिक शाहिन महमूद को मानगो पुलिस ने कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है. पूछताछ में शाहिन महमूद ने बताया कि वह अौर राबिया बसरी बांग्लादेश में आसपास रहते थे. दोनों के बीच प्रेम हुआ. दोनों के घर वाले प्रेम संबंध का विरोध करते थे अौर नौ-दस साल पहले दुर्गापूजा के समय वे लोग घर से भाग निकले.
दुर्गापूजा के दौरान बार्डर पर होने वाली चेकिंग में नरमी का फायदा उठाकर दोनों भारत में प्रवेश कर गये अौर कुछ दिनों तक कोलकाता में रहे. कोलकाता से दोनों रायरंगपुर आ गये अौर वहीं शादी की तथा स्थानीय लोगों की मदद से आधार, पैन अौर वोटर कार्ड समेत अन्य दस्तावेज बनवाया. वहीं बेटी भी हुई.
लगभग पांच साल रहने के बाद कमाने के लिए वह पत्नी व बेटी के साथ मानगो आ गये अौर चेपापुल के पास राजमहल अपार्टमेंट में शांतिपूर्वक रहने लगे तथा वह पेटिंग का काम करने लगा. इस दौरान आधार एवं अन्य कागजात का पता बदल कर मानगो का पता करा लिया.
घर वालों से संपर्क नहीं, पत्नी मायके के प्रेम के चक्कर में फंसी
शाहिन महमूद ने बताया कि मानगो में रहने के दौरान उसका बांग्लादेश में रहने वाले घरवालों से संपर्क नहीं था. पत्नी मायके जाना चाहती थी. मायके जाने के लिए पत्नी ने अपना अौर बेटी का पासपोर्ट बनवाया. एक माह पूर्व पत्नी-बेटी के साथ बांग्लादेश स्थित मायके जाने के लिए रवाना हुई.
वह कोलकाता तक छोड़ने गया अौर कोलकाता से लौट आया. पत्नी बांग्लादेश के लिए रवाना हो गयी. बॉर्डर में पूछताछ अौर जांच पड़ताल में राबिया के बांग्लादेशी होने की बात उजागर हुई अौर स्वयं राबिया ने भी बार्डर में पूछताछ में बताया कि वह बांग्लादेश की रहने वाली है. इसके बाद बॉर्डर के पदाधिकारियों ने पासपोर्ट जब्त कर राबिया एवं उसकी बेटी को बांग्लादेश स्थित घर भेज दिया.