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जमशेदपुर : जेएफसी के गौरव मुखी छह माह के लिए हुए निलंबित
जमशेदपुर : अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआइएफएफ) की अनुशासन समिति ने रविवार को जमशेदपुर के युवा फुटबॉलर गौरव मुखी को उम्र में विसंगति पाये जाने के कारण छह माह के लिए निलंबित कर दिया. समिति ने मुखी को उनके द्वारा पेश साक्ष्यों, उनकी स्वीकार्यता और 2015 में अंडर-16 एआइएफएफ अकादमी के मैनेजर के बयानों के […]
जमशेदपुर : अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआइएफएफ) की अनुशासन समिति ने रविवार को जमशेदपुर के युवा फुटबॉलर गौरव मुखी को उम्र में विसंगति पाये जाने के कारण छह माह के लिए निलंबित कर दिया. समिति ने मुखी को उनके द्वारा पेश साक्ष्यों, उनकी स्वीकार्यता और 2015 में अंडर-16 एआइएफएफ अकादमी के मैनेजर के बयानों के आधार पर दोषी गया. मुखी तब चर्चा में रहे थे जब इंडियन सुपर लीग ने दावा किया कि वह 16 साल के हैं और टूर्नामेंट में खेलने वाला सबसे युवा खिलाड़ी है.
उन्होंने जमशेदपुर की तरफ से बेंगलुरू एफसी के खिलाफ 2-2 से ड्रॉ छूटे मैच में गोल किया था. विदित हो कि इस मामले में 20 नवंबर 2018 को एआइएफ ने गौरव मुखी को तीन मैचों के लिए निलंबित किया था. साथ ही दिल्ली में उपस्थित होकर अपना पक्ष रखने का निर्देश दिया था. पांच सदस्यीय कमेटी ने की जांचगौरव मुखी की उम्र संबंधी विवाद की जांच पांच सदस्यीय टीम ने की थी.
पहले टीम ने जमशेदपुर व गौरव मुखी द्वारा बताये गये गांव (सरायकेला) में जाकर उम्र प्रमाणपत्र की जांच की थी जिसमें गौरव दोषी पाये गये. इसके बाद जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट एआइएफएफ को सौंपी. इसके बाद उन्हें छह माह के लिए निलंबित कर दिया गया.
गौरव मुखी प्रकरण एक नजर में
पिछले सात अक्तूबर को गौरव मुखी ने आइएसएल में जमशेदपुर एफसी की ओर से खेलते हुए बेंगलुरू एफसी के खिलाफ गोल दागकर अचानक सुर्खियों में आ गये.
गौरव के गोल करते ही कमेंटेटर ने उसे 16 साल की उम्र में गोल करनेवाला आइएसएल का सबसे युवा खिलाड़ी करार दे दिया. लेकिन अगले ही दिन मीडिया में यह बात आ गयी कि गौरव मुखी 2015 में जब एआइएफएफ के अधीन अंडर-16 टूर्नामेंट में खेले थे, तब उन्होंने अपनी जन्म तिथि 1999 की बतायी थी और अब आइएसएल में उन्होंने जो प्रमाण पत्र दिया है, उसमें उनकी जन्म तिथि 2002 की है. आखिर सच क्या है?
गौरव को फिर से कराना होगा अपना रजिस्ट्रेशन
छह महीने बाद भी गौरव मुखी तब मैदान पर उतरेंगे जब वे एआइएफएफ की सेंट्रल रजिस्ट्रेशन सिस्टम (सीआरएस) और कांप्टीशन मैनेजमेंट सिस्टम (सीएमएस) की प्रक्रिया को फिर से पूरी करेंगे. एआइएफएफ ने जमशेदपुर एफसी से कहा कि वे नये सिरे से असली प्रमाण पत्र के आधार पर गौरव मुखी का सीआरएस और सीएमएस के तहत रजिस्ट्रेशन करायें. इसके बाद ही गौरव एआइएफएफ के किसी टूर्नामेंट में हिस्सा ले सकते हैं.
एआइएफएफ ने दी चेतावनीजमशेदपुर फुटबॉल क्लब के स्ट्राइकर गौरव मुखी को एआइएफएफ ने चेतावनी भी दी है. एआइएफएफ ने गौरव मुखी को सही डॉक्यूमेंट देने को कहा है.
सूत्रों की मानें तो गौरव मुखी ने एआइएफएफ को एक लेटर लिखा जिसमें उसने इस बात का उल्लेख किया है कि यह सारी बातें उनसे अनजाने में हुई है. वह जिस कम्युनिटी से आते हैं वहां पर उतने पढ़े लिखे लोग नहीं है और वह अनजाने में अपनी पूरी डॉक्यूमेंट एआइएफएफ को समिट कर दी है. गौरव मुखी को एआइएफएफ ने छह महीने के लिए निलंबित कर दिया है. साथ ही नये सिरे से ओरिजिनल प्रमाणपत्र एआइएफएफ के सामने प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है.
हम एआइएफएफ के फैसले का स्वागत करते हैं. गौरव से संबंधित सुनवाई 2015 में हुए इंसिडेंट की थी.
-मुकुल विनायक चौधरी, सीइओ जेएफसी
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