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15 वर्षों में भी नहीं शुरू हो सका काम
िबडंबना. अंतरराज्यीय अड्डा बनाने के लिए 2002 में मिले 2.5 करोड़ सलाउद्दीन हजारीबाग : हजारीबाग अंतर्राज्यीय बस अड्डा 15 वर्षों में नहीं बन पाया है. वर्ष 2002 में ही 2.5 करोड़ रुपया नगर परिषद हजारीबाग को मिला था. यह राशि भी बैंक में पड़ी हुई है. अंतरराज्यीय बस अड्डा निर्माण कार्य लंबित रहने से हजारीबाग […]
िबडंबना. अंतरराज्यीय अड्डा बनाने के लिए 2002 में मिले 2.5 करोड़
सलाउद्दीन
हजारीबाग : हजारीबाग अंतर्राज्यीय बस अड्डा 15 वर्षों में नहीं बन पाया है. वर्ष 2002 में ही 2.5 करोड़ रुपया नगर परिषद हजारीबाग को मिला था. यह राशि भी बैंक में पड़ी हुई है. अंतरराज्यीय बस अड्डा निर्माण कार्य लंबित रहने से हजारीबाग रेलवे स्टेशन से मेन रोड इंद्रपुरी के बीच तीन छात्रों की मौत सड़क दुर्घटना में हुई. सैंकडों सड़क दुर्घटनाएं सालभर में हुए हैं. बड़े वाहनों का रोजाना हजारीबाग मेन रोड में प्रवेश होता है.
राशि रहने के बावजूद नहीं हुआ कोई काम : प्रभात खबर ने पूरी योजना की जांच-पड़ताल में पाया कि नगर परिषद के अधिकारी, तत्कालीन सभी डीसी और भू-अर्जन विभाग के अधिकारियों के कार्यशैली के कारण निर्माण कार्य लंबित है. गैरमजरूआ, नगर पर्षद का जमीन पर बस अड्डा का निर्माण हो सकता है. लेकिन आठ एकड़ जमीन रैयतों से लेने की बात कह कर योजना को लंबित रखा गया है. भू-अर्जन विभाग चार लाख रुपये प्रति डिसमिल जमीन का मुआवजा 9500 रुपये प्रति डिसमिल निर्धारित कर पूरी योजना को ही लंबित कर दिया गया है. हजारीबाग, चतरा रोड एनएच 100 मेन रोड के अंतिम छोर व हजारीबाग रेलवे स्टेशन के समीप कूद में बस अड्डा का निर्माण होना है. प्रस्तुत है महत्वपूर्ण जानकारी.
रैयतों ने सरकारी मुआवजा लेने से इनकार किया: रैयतों ने तत्कालीन डीसी के समक्ष मुआवजा दर कम मिलने के संबंध में आवेदन दिया है. इसमें बताया कि बाजार भाव का 10 प्रतिशत राशि भी मुआवजा के तौर पर नहीं दी जा रही है. प्रति डिसमील नौ हजार 500 रुपये सरकार देना चाहती है. जबकि 3.75 लाख से चार लाख प्रति डिसमिल बाजार भाव है. अंतर्राज्यीय बस अड्डा निर्माण में नगर परिषद और गैर-मजरुवा जमीन के अलावा 8.10 एकड़ जमीन 30 रैयतों का है. इन रैयतों की जमीन अधियाचना 2006, 2007 में की गयी.
बस अड्डा हजारीबाग मेन रोड से सटा हुआ और रेलवे स्टेशन के बगल में होने से यह जमीन आवासीय व व्यावसायिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है. जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया पूरी करने के बाद 24 नवंबर 2012 में जमीन का मुआवजा लेने का नोटिस रैयतों को दिया गया. रैयतों ने मुआवजा दर काफी कम होने के कारण नोटिस लेने से इनकार कर दिया. 2013 और 2015 में रैयतों को नोटिस देने का प्रयास हुआ. पुन: रैयतों ने भुगतान नहीं लेने का निर्णय जिला प्रशासन को बता दिया. नौ अगस्त 2016 को अपर समाहर्ता ने नियमों के आलोक में आगे की कार्रवाई का मार्गदर्शन डीसी हजारीबाग से मांगा. इस बीच सभी 30 रैयतों ने एकजुट होकर बाजार भाव से भूमि मुआवजा दर की मांग तत्कालीन डीसी के समक्ष रखी.
अंतरराज्यीय बस अड्डा के लिए 30 रैयत का जमीन उपयोग : मुआवजा सरकार ने तय किया है. रैयतों के ब्योरा से स्पष्ट होता है कि सरकार यह योजना पूरा करना ही नहीं चाहती है. क्योंकि रैयतों को चार लाख रुपये प्रति डिसमिल जमीन की जगह 9500 रुपये देना चाहती है. प्रस्तुत है रैयतों का पूरा ब्योरा.
30 रैयतों को निर्धारित मुआवजा : भूमि अधिग्रहण बिल 2013 के तहत मुआवजा का प्रावधान नहीं किया गया है. योजना लंबित होने के बाद जमीन दर 15 साल पहले वाला ही रैयतों को भू-अर्जन विभाग देना चाह रही है. जबकि पिछले तीन साल में इस इलाके में जमीन दर काफी बढ़ा है. इस पर विर्मश भू-अर्जन विभाग ने नहीं किया है, यह स्पष्ट हो रहा है.
रैयत जमरूद्दीन मियां 17 डिसमिल जमीन मुआवजा एक लाख 65 हजार 521 रुपया मुआवजा दर निर्धारित किया गया है. इदु जोलहा दो डिसमिल का 19 हजार 572 रुपये, एकरामुल हक 0.0266 डिसमिल का 25 हजार 900 रुपये, मो अशरफ 0.016 डिसमिल का 11 हजार 295 रुपये. अजीजन खातून 0.0117 डिसमिल का 11 हजार 351 रुपये. एकरामुल हक 0.0266 डिसमिल का 25 हजार 900 रुपया. मो अशरफ 0.0076 डिसमिल का 7399 रुपये. मसोमात अजीज का 0.0058 डिसमिल का पांच हजार 646 रुपये. जीतन तेली वगैरह एक एकड़ 48 डिसमिल का 17 लाख 55 हजार 323 रुपये. बालेश्वर साव 45 डिसमिल का चार लाख 38 हजार 145 रुपय. छेदी साव 0.02 डिसमिल का 19 हजार 472 रुपया. मसोमात मेहरा का 0.04 डिसमिल का 38 हजार 947 रुपय. अजीजन खातून 0.0192 डिसमिल का 18 हजार 695 रूपया. मो अशरफ 0.0208 डिसी का 20 हजार 252 रुपय. मो असगर 0.34 डिसी का दो लाख 54 हजार 442 रुपये. झरी तेली एक एकड़ 35 डिसमिल का 13 लाख 14 हजार 435 रुपया, दुखी मियां का 14 डिसमिल एक लाख 36 हजार 312 रुपय.
बैजनाथ साव 0.08 डिसी 77 हजार 893 रूपया. बानो साव 0.99 डिसी का 9 लाख 63 हजार 918 रूपया. मौलान ज्वेलर्स 0.24 डिसमिल का 2 लाख 33 हजार 677 रुपय. अमीरूद्दीन वगैरह 0.11 डिसमिल का एक लाख 7 हजार 103 रूपया, मो निजाम 0.35 डिसमिल का 3 लाख 40 हजार 779 रूपया. मो इशाक अंसारी 0.2666 डिसमिल का 2 लाख 59 हजार 576 रुपये, मो अलीबक्स 0.1334 डिसमिल का एक लाख 29 हजार 886 रूपया. हुसैन जोलहा 0.02 डिसमिल का 14 हजार 972 रुपये. अभीरूद्दीन सफी 0.10 डिसी का 97 हजार 365 रूपया. अमीरूद्दीन 16 डिसमिल का एक लाख 19 हजार 738 रूपया. मो शमीम उद्दीन 0.125 डिसी का 93 हजार 545 रूपया. हुसैन जोलहा 0.145 डिसमिल का एक लाख 8 हजार 512 रुपये. मो सलीमउद्दीन 0.01 डिसी का 9 हजार 735 रुपय और अमीरउद्दीन 0.81 डिसमिल का 7,88,662 रुपये मुआवजा सरकार देना चाहती है.
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