इचाक : थाना क्षेत्र के खैरा गांव निवासी तारा देवी (25 वर्ष) की हत्या उसके पति सुरेंद्र प्रसाद कुशवाहा और ससुर सुकर महतो ने मार्च महीने में गरडीह जंगल में गला दबाकर कर दी थी. दोनों ने किसी को इसकी भनक भी नहीं लगने दी. सुरेंद्र अपने ससुरालवालों को इतने दिनों तक गुमराह करता रहा. 31 मार्च को पुलिस को सूचना मिली थी कि गरडीह जंगल से अज्ञात महिला का सड़ा गला शव पड़ा है.
पुलिस ने शव को बरामद कर मामला दर्ज किया. पुलिस महिला के शव की शिनाख्त करने में जुटी हुई थी. इस 95 दिन की लंबी अवधि में मृतका के माता पिता को पता भी नही था कि मेरी पुत्री की हत्या हो गयी है, आरोपी दामाद सुरेंद्र कुशवाहा यह कहकर ठगता रहा कि वे दोनों पति पत्नी जमशेदपुर में रह रहे हैं. पत्नी को पिता से बात कराने पर टाल मटौल करता रहा.
शक होने पर मृतका के पिता नागेश्वर महतो, ग्राम गौरियाकर्मा, थाना पदमा निवासी ने बेटी के ससुराल खैरा गांव जाकर पता किया तो ग्रामीणों से जानकारी मिली कि वह बाहर रहता है. पत्नी तो नैहर में रहती है वह कभी कभार अकेले घर आता है. शक होने पर मृतका की माता मुनिया देवी, पति- नागेश्वर महतो ने चार जुलाई को इचाक थाना में घटना से संबंधित आवेदन दिया.
इंस्पेक्टर सह थाना प्रभारी एन के दास ने मामले को गंभीरता से लिया और शुक्रवार की सुबह एएसआई गोपाल प्रसाद पुलिस बल के साथ खैरा गांव जाकर छापेमारी की. फिर मोबाइल के लोकेशन के आधार पर आरोपी तक पहुंचे और उसे करियातपुर में उसके मामा के घर से धर दबोचा. उसके पास से दो मोबाइल, कमर में रखा हुआ एक चाकू, हीरो मोटरसाइकिल और डिक्की में रखा हुआ भुजाली बरामद किया गया.
आरोपी सुरेंद्र अपने मामा तालेश्वर महतो और भरत महतो के घर करियापुर में छुपकर रह रहा था. थाना प्रभारी ने बताया कि पूछताछ के क्रम में सुरेंद्र ने पिता के साथ मिलकर पत्नी की हत्या करने की बात स्वीकार की. उसके बाद पुलिस आरोपी सुरेंद्र कुशवाहा और उसके ससुरालवालों के साथ शुक्रवार को गरडीह जंगल गयी. पुलिस ने घटना स्थल से महिला का फटा साड़ी, ब्लॉउज व चूड़ी बरामद किया.
कैसे की गयी हत्या
आरोपी सुरेंद्र कुशवाहा ने इचाक पुलिस को बताया कि उसकी माता सुमित्रा देवी की मौत घर पर खैरा गांव में 22 अप्रैल 2018 को हो गयी थी. पिता व पुत्र ने हत्या का आरोप पत्नी तारा देवी पर लगाया था. इस झगड़े के बाद तारा अपने मायके गौरियाकर्मा में रहने लगी. पिता पुत्र ने बदला लेने के लिए षड्यंत्र रचा. आरोपी सुरेंद्र ससुराल गया, वहां अपनी पत्नी को यह कहकर विश्वास में लिया कि हमलोग पिता से अलग जमशेदपुर में रहेंगे.
पति के विश्वास में आकर वह माता पिता के इजाजत के बाद ससुराल के लिए चली गयी. आरोपी पति अपनी पत्नी को मोटरसाइकिल पर बैठाकर दादीघाघर जंगली रास्ते से खैरा के लिए निकला. घने जंगल में आने के बाद वहां रुक गया. जहां आरोपी का पिता सुकर महतो भी छिपा हुआ था. दोनों ने मिलकर गमछा से तारा देवी की गला दबाकर हत्या कर दी. घटना को अंजाम देने बाद दोनों वहां से फरार हो गये. वहां के ग्रामीणों ने जब जंगल में शव देखा तो इसकी सूचना इचाक पुलिस को दी. 31 मार्च को महिला का शव बरामद किया गया था.

